वाराणसी: कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अब सूबे की योगी सरकार घिरती जा रही है। लखनऊ में शुक्रवार की रात हुए एप्पल कंपनी के मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद सरकार पर थू-थू हो रही है। लेकिन योगी सरकार के मंत्रियों को इसकी जरा भी परवाह नहीं है। जख्मों पर मरहम लगाने के बजाय सूबे के मंत्री नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं। लखनऊ शूटआउट को लेकर सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह का विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने इस घटना पर सरकार को क्लीनचिट दी है।
क्या कहा धर्मपाल सिंह ने ?
वाराणसी पहुंचे धर्मपाल सिंह दोपहर में सर्किट हाउस में मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान जब पत्रकारों ने लखनऊ शूटआउट के बाबत सवाल किया तो मंत्रीजी अपनी सरकार को क्लीनचिट देने में जुट गए। यही नहीं उन्होंने इशारो-इशारों में लखनऊ एनकाउंटर को सही ठहराने की कोशिश की। धर्मपाल सिंह ने कहा कि यूपी में पुलिस की गोली सिर्फ अपराधियों के लिए होती है। एनकाउंटर में सरकार की ओर से कोई गलती नहीं हो रही है। जो भी गलती करेगा, वो मारा जाएगा। किसी भी निर्दोष के ऊपर कार्रवाई नहीं हो रही है।
लखनऊ शूटआउट पर घिर गई है सरकार
विवेक तिवारी हत्याकांड पर योगी सरकार घिर गई है। विरोधियों के साथ विवेक तिवारी के परिजनों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। परिजनों ने विवेक की पत्नी कल्पना को पुलिस में नौकरी के साथ ही एक करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की है। विवेक के परिजनों ने पूरी घटना की सीबीआई जांच की भी मांग की है। दूसरी ओर इस घटना के बाद बैकफुट पर आई सरकार ने गोली मारने वाले दोनों सिपाहियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।