Chanakya Niti Hindi: आचार्य चाणक्य कहते हैं अन्याय से कमाया हुआ धन निश्चित रूप से नष्ट हो जाएगा
Chanakya Niti Hindi: आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गयी बातें आज भी काफी तर्कसंगत हैं ऐसे में आइये जानते हैं उनके अनमोल विचार।
Report : Shweta Srivastava
Update:2024-04-04 10:14 IST
Chanakya Niti: चाणक्य, जिन्हें कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, पहले मौर्य राजा, चंद्रगुप्त मौर्य (322-185) ईसा पूर्व के मुख्यमंत्री और सलाहकार थे। आपको बता दें कि चाणक्य ने चंद्रगुप्त को नंदों से मगध का सिंहासन हासिल करने में मदद की थी, जो उस समय प्राचीन भारत का सबसे शक्तिशाली साम्राज्य था। उन्हें मौर्य साम्राज्य की स्थापना के पीछे की ताकत और राज्य की मजबूत प्रशासनिक मशीनरी के लिए भी श्रेय दिया जाता है। वहीँ उनके द्वारा बताई गईं बातें आज भी तर्क संगत प्रतीत होतीं हैं, आइये एक नज़र डालते हैं चाणक्य के इन प्रेरणादायक विचारों पर।
आचार्य चाणक्य के विचार (Chanakya Niti)
- शक्तिशाली मन को कोई नहीं हरा सकता।
- मनुष्य कर्म से महान होता है, जन्म से नहीं।
- विनम्रता आत्मसंयम का मूल है।
- कामवासना के समान विनाशकारी कोई रोग नहीं है।
- आलसी का कोई वर्तमान और भविष्य नहीं होता।
- अन्याय से कमाया हुआ धन निश्चित रूप से नष्ट हो जाएगा।
- जो व्यक्ति अपना लक्ष्य तय नहीं कर सकता, वह जीत भी नहीं सकता।
- जैसे ही भय निकट आए, आक्रमण करके उसका नाश कर दो।
- संसार की सबसे बड़ी शक्ति नारी का यौवन और सुन्दरता है।
- अगर सांप जहरीला न भी हो तो भी उसे जहरीला होने का ढोंग करना चाहिए।
- यह मनुष्य का मन ही है जो उसके बंधन या स्वतंत्रता का कारण है।
- सच्चा पुत्र आज्ञाकारी होता है, सच्चा पिता प्रेम करने वाला होता है, और सच्चा मित्र ईमानदार होता है।
- जब तक शत्रु की दुर्बलता का पता न चल जाए, तब तक उसे मित्रता की दृष्टि से रखना चाहिए।
- एक मूर्ख व्यक्ति के लिए किताबें उतनी ही उपयोगी होती हैं, जितना कि एक अंधे व्यक्ति के लिए आईना।
- कौशल को छुपा हुआ खजाना कहा जाता है क्योंकि वो परदेस में एक माँ की तरह बचत करते हैं।
- भगवान मूर्तियों में मौजूद नहीं है। आपकी भावनाएं ही आपका भगवान हैं। आत्मा तुम्हारा मंदिर है।
- आप जिस चीज के लायक हैं, उससे कम पर कभी समझौता न करें। यह अभिमान नहीं, स्वाभिमान है।