Diabetic Foot Ulcer: डायबिटिक फुट अल्सर की समस्या है बेहद गंभीर, जानें लक्षण, कारण व उपचार

Diabetic Foot Ulcer: अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो ये खबर आपके लिए इम्पोर्टेन्ट हो सकती है। डायबिटिक फुट अल्सर के होने का सबसे बड़ा कारण है शरीर में शुगर, शर्करा या डायबिटीज की समस्या का बढ़ना

Written By :  Preeti Mishra
Update: 2022-06-10 10:05 GMT

Diabetic Foot Ulcer। (Social Media)

Diabetic Foot Ulcer: हो सकता है सुनने में आपको डायबिटिक फुट अल्सर की समस्या एक आसान बीमारी लगें लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि आगे चलकर यह एक बेहद गंभीर समस्या बन सकती है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो ये खबर आपके लिए इम्पोर्टेन्ट हो सकती है। क्या आप मधुमेह के रोगी हैं और आपके पैरों में किसी तरह का कोई घाव या जख्म या छाला पड़ गया है तो प्लीज आप इसे हल्के में बिल्कुल भी न ले।

जी हाँ आज छोटी नज़र आने वाली ये परेशानी कल आपके लिए बड़ी परेशानी बन सकती है इसलिए इसे नजरअंदाज बिलकुल ना करें बल्कि तुरंत डॉक्टर के पास जाकर इसका उपचार शुरू क्योंकि करें। गौरतलब है की आपके पैर में हुआ यह घाव,छाला या जख्म डायबिटिक फुट अल्सर भी हो सकता है। जिसका अगर आपने समय रहते इलाज नहीं करवाया तो यह आपके पैर को पूरे तरह से खराब कर सकता है। उल्लेखनीय है कि यह एक बहुत घातक समस्या मानी जाती है जिसके लक्षण दिखते ही तुरंत इलाज कराने की जरूरत है।

डायबिटिक फुट अल्सर होने के कारण

डायबिटिक फुट अल्सर के होने का सबसे बड़ा कारण है शरीर में शुगर, शर्करा या डायबिटीज की समस्या का बढ़ना। बता दें कि जब शरीर में शुगर की मात्रा अत्यधिक रूप से बढ़ने लगती है तो शरीर के हिस्सों में छोटे-मोटे घांव या फुंसी इत्यादि होने शुरू होने लगते हैं। ऐसे में कभी पैर में भी इस तरह के छोटे घांव हो जाते हैं, जो आगे चलकर बहुत गंभीर बन सकते है। उल्लेखनीय है कि डायबिटिक फुट अल्सर से बचने के लिए शुगर लेवल हमेशा कंट्रोल में रखना जरुरी होता है।

डायबिटिक फुट अल्सर के लक्षण

  • पैरों के स्किन का रंग का बदलना।
  • पैरों में सूनापन और सनसनाहट होना।
  • पैरों में संवेदनशीलता का कम होना।
  • घाव होना।
  • घाव से रिम आना।
  • चलने में पैर दर्द।

डायबिटिक फुट अल्सर का उपचार

शुगर को संतुलित रखना डायबिटिक फुट अल्सर का सबसे अच्छा और सटीक इलाज है। बता दें कि शुगर कंट्रोल में रहने से आपको इस फुट अल्सर के घाव के इंफेक्शन से दूर रह सकते है। और अगर दुर्भाग्यवश आप इस गंभीर समस्या के शिकार हो भी गए हैं तो जल्द ठीक ही आप इस समस्या से ठीक हो जाएंगे। गौरतलब है कि अपने शरीर में शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए आपको अपने डाइट के साथ -साथ फिजिकल एक्टिविटी पर भी बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है। ध्यान रहें इस समस्या के लक्षण पकड़ में आते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

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