Drink and Drive Cases: अब शराब ज़्यादा पी ली तो चिंता नहीं, सरकार ऐसे आपको पहुंचाएगी घर
Drink and Drive Cases: अब अगर कोई व्यक्ति बार में बैठकर ज़रूरत से ज़्यादा शराब पी लेता है और वो अपने आप ड्राइव करके घर जाने की स्थिति में नहीं होता है तो सरकार खुद उसे घर तक छोड़ने की ज़िम्मेदारी लेगी।
Drink and Drive Cases: भारत में सड़क दुर्घटनाओं की वजह से आये दिन हज़ारों लोगों के इसकी चपेट में आने की खबर आती रहती है। वहीँ ड्रिंक एंड ड्राइव के भी कई केस आते हैं। इतना ही नहीं देश में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में भी काफी इज़ाफ़ा हुआ है। वहीँ इटली में इन दुर्घटनाओं को कम करने के लिए एक नया तरीका ढूंढ निकला है। जो काफी बेहतरीन है। आप भी ये जानकार काफी हैरान रह जायेंगे आइये जानते हैं कि आखिर इटली में क्या पहल की है।
शराब ज़्यादा पी ली है तो सरकार करेगी अब ये काम
भारत में जहाँ सड़क दुर्घटनाओं से लोगों की जान जाने के मामले में इज़ाफ़ा हुआ है वहीँ इससे दुनिया के कई और देश भी काफी परेशान हैं। साथ ही वो नए नए तरीकों से लोगों की सुरक्षा के उपाय करते रहते हैं। ऐसे में इटली की सरकार ने एक नई योजना बनाई है जिसके द्वारा अगर इटली का कोई नागरिक बार में बैठकर ज़्यादा शराब पी लेता है तो सरकार आपको टैक्सी से घर तक पहुंचाएगी। इसका उद्देश्य देश में हो रही सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है।
दरअसल हर देश अपने नागरिकों की सुरक्षा को काफी अहम् मानता है जिसके चलते नई नई स्कीम्स और योजनाएं लेकर आता रहता है। वहीँ पिछले कुछ सालों से दुनियाभर में ज्यादा शराब पीने के बाद लोग किसी न किसी तरह की सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हुए हैं। वहीँ इटली में भी इस संख्या में काफी ज़्यादा इज़ाफ़ा हुआ है जिसके चलते सरकार को ये कदम उठाना पड़ा है। अब अगर कोई व्यक्ति बार में बैठकर ज़रूरत से ज़्यादा शराब पी लेता है और वो अपने आप ड्राइव करके घर जाने की स्थिति में नहीं होता है तो सरकार खुद उसे घर तक छोड़ने की ज़िम्मेदारी लेती है। इतना ही नहीं इसकी सबसे अच्छी बात ये है कि इस सर्विस के लिए किसी भी तरह का कोई एक्स्ट्रा चार्ज भी नहीं लगता।
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इटली की सरकार ने इस नायब तरीका अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए निकला है क्योकि पिछले कुछ सालों से ड्रंक एंड ड्राइव के मामले बढ़ते जा रहे थे। वहीँ सरकार को उम्मीद है कि उनकी इस पहल से लोगों की सुरक्षा होगी और लगातार बढ़ रहे इन मामलों में कमी आएगी। क्या आपको लगता है कि भारत में भी ऐसी कोई योजना बननी चाहिए। अपनी राय कमेंट सेक्शन में हमे ज़रूर बताइयेगा।