Flight Alert: फ्लाइट में लड़की-लड़का और बूढ़ा जवान, सभी को करना होता है ये काम

Flight Passenger Alert: अगर आपने कभी भी हवाई यात्रा की होगी तो आपको ये बात पता होगी कि इस दौरान आपसे आपका स्मार्ट फ़ोन फ्लाइट मोड पर रखने को कहा जाता है। जानिए इसके पीछे की असली वजह।

Update:2023-07-01 20:27 IST
Flight Mode while Flying (Image Credit-Social Media)

Flight Mood Reason: अगर आपने कभी भी हवाई यात्रा की होगी तो आपको ये बात पता होगी कि इस दौरान आपसे आपका स्मार्ट फ़ोन फ्लाइट मोड पर रखने को कहा जाता है। लेकिन क्या आप इसके पीछे का असली कारण जानते हैं? जिसकी वजह से ऐसा कहा जाता है। अगर नहीं तो आज हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते हैं ऐसा क्यों कहा जाता है।

हवाई यात्रा के दौरान फ्लाइट मोड पर क्यों रखा जाता है स्मार्टफोन

इससे पहले हम आपको इसका कारण बताये पहले ये समझना ज़रूरी है कि फ्लाइट मोड है क्या। जब भी हम अपने फ़ोन में फ्लाइट मोड को ऑन करते हैं तो उसमें किसी भी तरह का सिंग्नल आना बंद हो जाता है। साथ ही रेडियो वेव्स भी नहीं निकलते। इसके साथ ही फ्लाइट मोड के ऑन होने पर आप नेटवर्क से जुड़ा किसी भी तरह का कोई काम नहीं कर सकते हैं। जिनमे कॉल करना, एसएमएस और इंटरनेट से जुड़ा काम शामिल है।

जैसे ही आप एयरोप्लेन में बैठते हैं तो अनाउंसमेंट होती है कि आप अपना फ़ोन फ्लाइट मोड पर कर लें। ये आपसे उड़ान भरने से पहले कहा जाता है। साथ ही इसकी अनाउंसमेंट कई बार की जाती है। जिससे आप ये समझ सकते हैं कि ये कितना ज़रूरी है। साथ ही आपको बता दें कि इसकी वजह है ये है कि पायलट को नेविगेशन में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो।

दरअसल हवाई जहाज़ नेविगेशन के माध्यम से ही चलाया जाता है और इसकी ऊंचाई और दिशा सबकुछ इसी से तय की जाती है। वहीँ आपको बता दें कि अगर नेविगेशन में कोई रुकावट आये और इसकी वजह कुछ भी हो तो सभी की जान खतरे में भी पड़ सकती है। इससे जो लोग हवाई जहाज़ में यात्रा कर रहे हैं उनकी जान तो जोखिम में आ ही जाती है साथ ही साथ नीचे रह रहे लोग भी इसकी चपेट में आने से खतरे में आ सकते हैं। क्योकि इस स्थिति में एरोप्लेन के कहीं भी गिरने का डर रहता है।

वहीँ अगर आप अपना मोबाइल फ़ोन फ्लाइट मोड पर नहीं रखते हैं तो इससे आपका स्मार्टफोन लगातार सिग्नल स्विच करता रहेगा। जिससे पायलट को नेविगेशन सिग्नल कैच करने में समस्या आएगी। क्योकि ऐसे में आपके फ़ोन से लगातार रेडियो वेव्स निकलती रहेंगीं। साथ ही इसके बाद पायलट का कम्युनिकेशन कंट्रोल सेंटर से टूट सकता है जो काफी भयावह स्थिति है जिसके बाद फ्लाइट डिस्लोकेट हो सकती है।

साथ ही जब भी आप फ्लाइट में अंदर जाये तो स्वयं ही अपने फ़ोन को फ्लाइट मोड पर कर दें और एक ज़िम्मेदार नागरिक का फ़र्ज़ निभाएं।

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