Motivational Story: खुद करना पड़ता है साधना सिद्धि के प्रयास
Motivational Story: मार्ग तय करने का श्रम तो स्वयं हमें ही करना होगा, तभी साधना सिद्ध प्राप्त होगी
Motivational Story: गुरु की छाँव हमारे काम नहीं आ सकती। गुरु के भोजन करने से हमारा पेट नहीं भर सकता। गुरु की साधना से हमें सिद्धि प्राप्त नहीं होगी। यह श्रम तो हमें स्वयं ही करना होगा! अध्यात्म एक ऐसी राह है, जहां गंतव्य तक पहुँचने के लिए स्वयं ही यात्रा करनी पड़ती है। कोई गुरु, कोई संत, कोई मार्गदर्शक केवल राह बता सकता है। लेकिन उस राह पर तो स्वयं हमें ही चलना पड़ेगा।
जिस प्रकार हमने धन स्वयं अपने पुरुषार्थ से कमाया है, उसी प्रकार शांति भी हमें अपने ही पुरुषार्थ से मिलेगी।इतना सब जान लेने के बाद भी अगर हमारी आंखें नहीं खुलती हैं और हमें अपने गंतव्य तक पहुंचने का रास्ता नहीं मिलता है, तो इसमें संतों, गुरुओं, मार्गदर्शकों का कोई दोष नहीं है। मार्ग तय करने का श्रम तो स्वयं हमें ही करना होगा, तभी साधना सिद्ध प्राप्त होगी, केवल आशीर्वाद से सिद्धि नही मिलती!