Lakshya Sen Olympics: 22 साल के लक्ष्य सेन जीतेंगे पहला ओलंपिक मेडल! जानें खिलाड़ी के बारे में सबकुछ
Lakshya Sen Kon Hai: भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन पेरिस ओलंपिक में इतिहास रचने से बस एक और कदम दूर हैं। आइए जानते हैं सेन के बारे में सबकुछ।
Lakshya Sen Paris Olympics 2024: भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) ने पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में इतिहास रच दिया है। वह बैडमिंटन पुरुष सिंगल्स के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। वह क्वार्टर फाइनल (Quarter Final) में चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन (Chou Tien-chen) को 19-21, 21-15, 21-12 से हराकर ओलंपिक मेडल की तरफ एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। बस अब एक और जीत के बाद लक्ष्य अपना मेडल पक्का कर लेंगे। आइए जानते हैं पेरिस ओलंपिक में इतिहास रचने वाले लक्ष्य सेन के बारे में सबकुछ।
कौन हैं लक्ष्य सेन (Lakshya Sen Biography In Hindi)
भारतीय बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन उत्तराखंड (Lakshya Sen Hometown) से ताल्लुक रखते हैं। उनका जन्म 16 अगस्त 2001 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में बंगाली परिवार में हुआ था। वह पूर्व विश्व जूनियर नंबर वन खिलाड़ी रह चुके हैं। बता दें लक्ष्य का फैमिली बैकग्राउंड (Lakshya Sen Family) भी बैडमिंटन से जुड़ा रहा है। उनके दादा चंद्र लाल सेन अल्मोड़ा में बैडमिंटन के भीष्म पितामह के नाम से जाने जाते हैं।
दरअसल, वह अल्मोड़ा में बैडमिंटन को पहचान दिलाने वाले पहले व्यक्ति थे। इसके अलावा लक्ष्य के पिता डी.के. सेन भी बैडमिंटन खेल से जुड़े हुए हैं। वह नेशनल लेवल के कोच हैं, जिन्होंने लक्ष्य को महज 4 साल की उम्र से ही बैडमिंटन के लिए ट्रेंड करना शुरू कर दिया था। इसके अलावा उनके भाई चिराग सेन भी इंटरनेशनल लेवल पर बैडमिंटन खेल चुके हैं।
लक्ष्य सेन करियर (Lakshya Sen Career)
सेन एक ऐसे परिवार से आते हैं, जहां बैंडमिटन के बड़े-बड़े धुरंधर हैं। ऐसे में बचपन से ही उनकी बैडमिंटन खेल में दिलचस्पी थी। पिता की देखरेख में महज 4 साल की उम्र से ही लक्ष्य ने स्टेडियम जाना शुरू कर दिया था। प्रकाश पदुकोण बैडमिंटन अकादमी में प्रशिक्षित होने के बाद, सेन ने बहुत कम उम्र में ही बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में अपना टैलेंट दिखाया और फरवरी 2017 में जूनियर वर्ल्ड नंबर 1 बन गए थे।
लक्ष्य सेन मेडल (Lakshya Sen Medals)
बता दें लक्ष्य सेन ने अपने अब तक के बैडमिंटन करियर में भारत के लिए कई मेडल जीते हैं। 2014 में, उन्होंने स्विस जूनियर इंटरनेशनल जीता था। इसके बाद जूनियर एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक और 2016 इंडिया इंटरनेशनल सीरीज टूर्नामेंट में पुरुष एकल का खिताब अपने नाम किया। फिर सेन ने पहली बार 2018 एशियन जूनियर चैंपियनशिप का खिताब हासिल किया। इस जीत के बाद वह 53 वर्षों में जूनियर कॉन्टिनेंटल खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।
इसके अलावा सेन यूथ ओलंपिक 2018 में रजत पदक और विश्व जूनियर चैंपियनशिप 2018 (BWF Junior World Championships) में कांस्य पदक हासिल कर चुके हैं। 2019 में सेन ने डच ओपन (Dutch Open) पुरुष एकल खिताब जीतकर अपना पहला BWF Tour खिताब जीता। इसके बाद नवंबर, 2019 में सारलोरलक्स ओपन और स्कॉटिश ओपन में जीत हासिल की।
सेन 2020 बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय टीम का हिस्सा भी थे। साथ ही लक्ष्य 2021 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक, राष्ट्रमंडल खेल 2022 में स्वर्ण पदक और ऑल इंग्लैंड ओपन में रजत पदक प्राप्त कर चुके हैं। इस तरह उन्होंने भारत के टॉप बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बना ली।
लक्ष्य सेन नेटवर्थ (Lakshya Sen Net Worth)
बात करें लक्ष्य सेन के नेटवर्थ की तो उन्होंने बैडमिंटन के अलावा ब्रांड एंडोर्समेंट और सोशल मीडिया के जरिए काफी कमाई कर ली है। 22 साल की उम्र में वह करोड़ों रुपये की संपत्ति के मालिक बन चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लक्ष्य सेन के पास आज के समय में करीब 41 करोड़ रुपये की संपत्ति है।