Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी ने बताया कैसे भगवान् को प्रसन्न करें, जानिए प्रभु भक्ति का कौन सा मार्ग है सही
Premanand Ji Maharaj Motivation Thoughts: प्रेमानंद जी सत्संग द्वारा कई बातें बताते हैं जो सभी के लिए काफी प्रेरणादायक होती हैं। आइये जानते हैं प्रेमानंद जी ने भगवान् को प्रसन्न करने के लिए क्या रास्ता बताया।
Premanand Ji Maharaj Motivation Thoughts: प्रेमानंद जी महाराज राधा रानी के परम भक्त हैं और हमेशा से अपने सभी भक्तों को प्रभु नाम जप करने को कहते हैं। महाराज जी की दोनों किडनी आज से लगभग 17 साल पहले खराब हो चूंकीं हैं सभी डॉक्टर्स ने भी उन्हें इसे ट्रांसप्लांट करने की सलाह दी लेकिन महाराज जी ने ये कहकर इंकार कर दिया कि वो अपनी दोनों किडनी को खुद से दूर नहीं करना चाहते उन्होंने एक का नाम राधा और दूसरी का कृष्ण रखा है। वहीँ प्रेमानंद जी सत्संग द्वारा कई बातें बताते हैं जो सभी के लिए काफी प्रेरणादायक होती हैं। आइये जानते हैं प्रेमानंद जी ने भगवान् को प्रसन्न करने के लिए क्या रास्ता बताया।
प्रेमानंद जी ने बताया कैसे भगवान् को प्रसन्न करें
प्रेमानंद जी ने कहा कि आपको प्रसन्नता किस चीज़ में होती है। फिर उन्होंने बताया कि जब आपका बच्चा बाहर निकल जाये और खो जाये लेकिन थोड़ी देर में वो आ जाये और दौड़ता हुआ आकर पिता के गले लग जाये तो उसे बेहद प्रसन्नता होगी। ऐसे ही मनुष्य भी प्रभु का बच्चा है वो माया के बाजार में खो गया है और जिस दिन आप भगवान् से मिलाकर उन्हें गले लगा लेंगे। वही प्रभु की सबसे बड़ी प्रसन्ता होगी। उन्होंने अपने माया के बाजार में आपको खेलने दिया है। जितना चाहे खेल लो लेकिन जिस दिन आप प्रभु को मिल जायेंगे उस दिन सबकुछ सही होगा और प्रभु प्रसन्न हो जायेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि आप जो लोभ में लिप्त होकर मैं, मेरा और तेरा में लिप्त हो गए हैं उसे छोड़ दीजिये। और भगवान् की अखंड भक्ति में लीन हो जाइये बस प्रभु आपसे प्रसन्न हो जायेंगे। यही प्रभु की प्रसन्नता है। ऐसा अभ्यास करो कि तुम्हारा चित्य कभी प्रभु भक्ति के अलावा कहीं और न लगे इससे ईश्वर सदैव प्रसन्न रहेंगे।
प्रेमानंद जी की बातें सभी को काफी ज़्यादा प्रेरित करतीं हैं और उन्हें सत्य मार्ग पर चलने का रास्ता भी दिखती हैं। ऐसे में प्रभु का नाम लेकर ही आप सफलताओं को प्राप्त कर सकते हैं।