Sheikh Hasina Biography: कैसी ज़िन्दगी जीती आईं हैं शेख हसीना, कैसे बनीं थीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री
Sheikh Hasina Biography: 15 सालों से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना को अपना देश छोड़ने के लिए महेज़ 15 मिनट का समय मिला। आइये जानते हैं कैसे ज़िन्दगी जीतीं आईं हैं वो।
Sheikh Hasina Biography: शेख हसीना दुनिया की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली महिला नेता रहीं। उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में बांग्लादेश की भागडोर लगातार लगभग 15 साल तक संभाली। वहीँ अब इसके अचानक पतन ने दक्षिण एशिया के सबसे स्थायी राजनीतिक राजवंशों में से एक को समाप्त कर दिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने कैसा जीवन जिया और एक प्रधानमंत्री के रूप में कैसी थी उनकी लाइफस्टाइल और शान।
कैसी ज़िन्दगी जीती आईं हैं शेख हसीना
भारत का पड़ोसी मित्र देश बांग्लादेश इस समय काफी बुरे दौर से गुज़र रहा है। इतना ही नहीं इस समय वहां हत्याएं, लूटपाट और आगजनी का माहौल है जिससे वहां के आम लोग बेहद डरे हुए हैं। लेकिन आज से कुछ दिन पहले यहाँ सबकुछ सही था और शेख हसीना अपने देश का बखूबी सञ्चालन कर रहीं थीं। आज हम आपको शेख हसीना से जुड़ी कई ज़रूरी बताएं बताने जा रहे हैं और उनके शुरूआती दौर से लेकर अभी तक के सफर और उसमे आये उतार चढ़ाव से भी रूबरू करवायेंगें।
शेख हसीना का प्रारंभिक जीवन
शेख हसीना का चार साल लंबा शासन सोमवार को समाप्त हो गया क्योंकि वो उस देश से भाग गईं, जिसका उन्होंने कुल मिलाकर 15 वर्षों से अधिक समय तक नेतृत्व किया था। वो बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान की बेटी हैं, जिन्होंने 1971 में अपने देश को आजादी दिलाई, हसीना भारत आ गईं, जहां उनका जन्म 1947 में हुआ था और जहां उन्हें 1975 में शरण दी गई थी, जब एक सैन्य तख्तापलट के कारण उनमें से अधिकांश की मौत हो गई थी।
आज से लगभग 49 साल पहले इसी महीने में उनके पिता, माता, छोटे भाइयों और 15 अन्य लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसे "मिडनाइट मर्डर" ( midnight murders) कहा गया था। हसीना, उनके पति और उनकी बहन शेख रेहाना उस समय जर्मनी में थे और इसलिए वो बच गये।
शेख हसीना का राजनैतिक करियर
शेख हसीना अपने दिवंगत पिता की अवामी लीग (एएल) पार्टी की नेता चुने जाने के बाद, 1981 में भारत में छह साल के निर्वासन से बांग्लादेश लौटने के बाद उनका राजनीतिक झुकाव फिर से बांग्लादेश की राजनीति में शुरू हुआ।
देश के संस्थापक पिता और पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान की बेटी, हसीना लोकतंत्र समर्थक विद्रोह की नेता थीं, जिसने 1990 में सैन्य शासक और तत्कालीन राष्ट्रपति हुसैन मोहम्मद इरशाद को सत्ता से हटा दिया था। वहीँ साल 1996 में उनकी अवामी लीग पार्टी के चुनाव जीतने के बाद हसीना पहली बार प्रधान मंत्री बनीं। वह 2009 में फिर से सत्ता में आईं, जिससे बांग्लादेश को प्रभावशाली आर्थिक विकास हासिल करने में मदद मिली।
शेख हसीना की संपत्ति
शेख हसीना की कुल संपत्ति की बात करें तो ये दुनिया की सबसे शक्तिशाली में से एक के रूप में उनकी स्थिति को दर्शाती है। मिली जानकारी के मुताबिक, उनकी सालाना सैलरी लगभग 9,92,922 रुपये थी, जो लगभग 86,000 रुपये प्रति माह के बराबर है। हालाँकि, उनकी आय के स्रोत उसके वेतन से कहीं अधिक हैं। अपने बयान में जो उन्होंने चुनाव आयोग को दिया था उसके हिसाब से शेख हसीना की कुल संपत्ति 4.36 करोड़ रुपए बताई गई है। वहीँ साल 2022 में उनकी आय 1.07 करोड़ रुपये थी, जिसका ज़्यादातर भाग कृषि से हुई कमाई का बताया गया था।
शेख हसीना की एसेट्स
शेख हसीना के पास 6 एकड़ कृषि भूमि थी और यहाँ उन्हें मछली पालन से होने वाली आय का लाभ मिलता रहा है। उनके आयकर रिटर्न में कुल 1.91 करोड़ रुपये की आय दिखाई गई थी। उनके इंवेस्टमेंट्स और बांड्स की बात करें तो वो लगभग 75 लाख रूपए हैं। इस सभी निवेशों ने उनकी वित्तीय स्थिति में काफी वृद्धि की थी। इसके अतिरिक्त, उसके पास एक कार है जो उसे उपहार में मिली थी।