Meerut News: एटीएस की छापेमारी में मेरठ से कई उठाए गए, गहरी हैं यहां पीएफआई की जड़ें

Meerut News: यूपी एटीएस ने दो महीनों की मशक्कत के बाद पीएफआई के खिलाफ प्रदेश स्तरीय सर्च ऑपरेशन चलाकर बड़ी कार्रवाई की।

Update:2023-05-08 18:01 IST
एटीएस ने की कार्रवाई (photo: social media )

Meerut News: पापुलर फ्रंट आफ इंडिया के एजेंटों के खिलाफ एटीएस की ताबड़तोड़ छापेमारी में मेरठ से काफी धरपकड़ हुई है। एटीएस की घेराबंदी से पीएफआई से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा है। सूत्रों के मुताबिक मेरठ से कई आरोपियों को पकड़ा गया है। जिनके तार इस संगठन से करीब से जुड़े बताए जा रहे हैं।

दो महीनों के होमवर्क के बाद एटीएस ने की कार्रवाई

बताया जा रहा है कि पीएफआई पर बैन लगने के बाद मेरठ में इसके कई मददगार सक्रिय थे। यूपी एटीएस ने दो महीनों की मशक्कत के बाद पीएफआई के खिलाफ प्रदेश स्तरीय सर्च ऑपरेशन चलाकर बड़ी कार्रवाई की। बता दें कि मेरठ में पीएफआई के सदस्य हिंसा की कई घटनाओं में लिप्त रहे हैं। दिसंबर-2019 में सीएए के विरोध में लिसाड़ी गेट और हापुड़ रोड पर हुई हिंसा में भी पीएफआई के सदस्यों का हाथ माना गया था। गौरतलब है कि इन घटनाओं में पांच लोगों की गोली लगने से मौत हुई थी। हिंसा को लेकर मेरठ के लिसाड़ी गेट, नौचंदी, ब्रहमपुरी, मवाना, सरधना, जानी थानों में दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हुए थे। इनमें 173 आरोपी नामजद हुए थे जबकि 76 आरोपी जेल भेजे गये थे। बाद में घटना की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई थी।

सीएए की हिंसा को लेकर शासन इस कदर सख्त था कि नामजद आरोपियों से वसूली की कार्रवाई शुरु की गई थी। हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई रोकनी पड़ी थी। बता दें कि 20 दिसम्बर 2019 को सीएए के खिलाफ मेरठ के लिसाड़ी गेट में जुमे की नमाज के बाद एक समुदाय के लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। इस घटना में हिंसक भीड़ ने सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया था। बाद में 28027 लाख रुपये की वसूली के लिए 51 आरोपियों की संपत्ति नीलाम करने का नोटिस दिया गया था। लेकिन,सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नीलामी की कार्यवाही रोकनी पड़ी थी।

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