लखनऊ: रामानंद सागर के रामायण की कैकेयी को अब भी लोग भूले नहीं होंगे। जी हां में बात कर रहे हैं पदमा खन्ना की। बहुत कम ही लोग ही जानते होंगे कि अपने समय में खूबसूरत चेहरे के साथ पदमा एक अच्छी डांसर भी रही। 1970-80 दशक की फिल्मों में उनके कैबरे का बोलबाला था। उन्होंने अभिनय से ज्यादा पहचान डांसर के तौर पर बनाई थी। वैसे रामायण में श्रीराम की माता बनी कैकेयी के रोल ने उन्हें यादगार बना दिया।
बचपन की शुरुआत कथक के साथ
पदमा खन्ना का जन्म 10 मार्च 1949 को बनारस में हुआ था। उन्होंने 7 साल की उम्र से ही कथक सीखना शुरू कर दिया था। वे बिरजू महाराज की शिष्या थी। कहा जाता है कि जब वैजयंती माला ने उनकी स्टेज पर परफॉर्म करते देखा तो उन्हें मुंबई में किस्मत आजमाने को कहा। जब वे 12 साल की थीं, तो भोजपुरी फिल्म 'भैया' में पहला रोल मिला। फिर उसके बाद 'जॉनी मेरा नाम' से हिंदी फिल्मों में आई। इसमें उन्होंने एक कैबरे डांसर का रोल किया। उन्होंने अमित और नूतन सरीखे कलाकारों के साथ भी काम किया है। उनके ऊपर फिल्माया गाना 'सजना है मुझे सजना के लिए 'बहुत लोकप्रिय रहा।
पाकीजा में बनी मीना कुमारी
कम लोगों को पता होगा कि पदमा खन्ना को फिल्म पाकीजा में मीना कुमारी की डबल बॉडी के रुप में इस्तेमाल किया गया था। बात उन दिनों की है जब मीना के पति कमाल अमरोही फिल्म पाकीजा बना रहे थे। मीना कुमारी फिल्म की शूटिंग के दौरान बहुत बीमार पड़ गईं। हालत ये हो गई कि वो बहुत जरूरी शूटिंग के लिए भी नहीं आ सकती थीं। तब ऐसे में पदमा खन्ना को मीना कुमारी के रुप में शूट किया गया।
रामायण की कैकेयी
रामानंद सागर ने जब उन्हें रामायण की कैकेयी के लिए एप्रोच किया तो उन्होंने निगेटिव किरदार होने की वजह से मना कर दिया था। रामानंदजी ने कहा कि रामायण का कोई भी चरित्र लोग भूल जाएंगे, लेकिन कैकेयी को हमेशा याद रखेंगे। बस उनकी बात मान कर उन्होंने ये रोल कर लिया।
अब रहती हैं अमेरिका में
पदमा ने फिल्म डायरेक्टर जगदीश सिडाना से शादी की। अब वे अमेरिका के न्यू जर्सी में रहती है। वहां वे एक इंडियानिका नाम की डांस एकेडमी चलाती हैं। यहीं रहते हुए उन्होंने साल 2008 में एक भव्य रामायण बेस्ड म्यूजिकल शो भी किया था।