झारखण्ड से आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी पार्टी से निष्काषित, यहां जाने वजह...
राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की करीबी मानी जाने वाली व झारखण्ड से राजद की राष्ट्रीय अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया हैं।
लखनऊ: राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की करीबी मानी जाने वाली व झारखण्ड से राजद की राष्ट्रीय अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले भाजपा में शामिल होने की खबरों के बीच लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद ने अपने झारखंड इकाई की अध्यक्ष को पार्टी से निकाल दिया है। ऐसी खबरें थीं कि राजद की झारखंड इकाई की अध्यक्ष अनपूर्णा देवी पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो सकती हैं, उससे पहले ही राजद ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।
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थाम सकती हैं बीजेपी का दामन
माना जा रहा है कि अब राजद से निकाले जाने के बाद अनपूर्णा देवी भाजपा में शामिल होंगी और बीजेपी उन्हें कोडरमा से उम्मीदवार बना सकती है। बता दें कि कोडरमा लोकसभा सीट पर उम्मीदवार की घोषणा अब भी पेंडिंग है। आजकल में अनुपूर्णा देवी औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो जाएंगी। इधर राजद ने अनुपूर्णा देवी को बाहर कर गौतम सवार को नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। अन्नपूर्णा देवी आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की करीबी मानी जाती थीं। वह लालू प्रसाद यादव से रांची के जेल में भी लगातार मिलती रही हैं, लेकिन अब खबरों के मुताबिक उन्होंने आरजेडी से खुद की राह अलग करने की सोच ली हैं।
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झारखण्ड में गठबंधन से भी नाराज है आरजेडी
आरजेडी झारखंड महागठबंधन से भी नाखुश है जिससे प्रदेश में चार दलों के गठबंधन में दरार पड़ने के संकेत मिल रहे हैं। दरअसल, गठबंधन में सीटों के बंटवारे में कांग्रेस के हिस्से में सात, जेएमएम- 4, आरजेडी- 1 और जेवीएम को 2 सीटें मिली हैं. प्रदेश में कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), जेवीएम और आरजेडी का महागठबंधन है। अब आरजेडी ने महागठबंधन के दलों को तीन दिन का अल्टीमेटम सीट शेयरिंग पर पुनर्विचार के लिए दिया है. वर्तमान में आरजेडी को पलामू सीट दिया गया है, लेकिन पार्टी यहां चतरा लोकसभा लोकसभा सीट छोड़ने के मूड में नहीं दिख रही है जबकि ये सीट अभी कांग्रेस को दी गई है।