नई दिल्ली: अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम(एआईएडीएमके) के संयुक्त धड़े ने शुक्रवार को पार्टी के प्रतीक चिह्न् 'दो पत्ती' पर लगे प्रतिबंध को हटाने, और इसे फिर से पार्टी का चुनाव चिह्न् बनाने और इसके वास्तविक नाम को बहाल करने की मांग की।
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मुख्य चुनाव आयुक्त ए.के.ज्योति और दो अन्य आयुक्तों को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.पलानीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम की ओर शुक्रवार को एक प्रपत्र दिया गया, जिसमें 12 सितंबर को पार्टी की आम सभा की बैठक में पार्टी के पन्नीरसेल्वम गुट और पलानीस्वामी गुट के विलय का जिक्र है।
प्रपत्र के अनुसार, "पार्टी ने आम सभा की बैठक में जेल में कैद वी. के. शशिकला को पार्टी महासचिव के पद से हटा दिया है और 29 दिसंबर से 15 फरवरी के दौरान उनके द्वारा किए गए सभी फैसलों को निरस्त कर दिया है।"
प्रपत्र के आधार पर चुनाव आयोग ने इस मामले की सुनवाई पांच अक्टूबर को तय की है।
पन्नीरसेल्वम गुट की ओर से के.पी. मुनुस्वामी, वी. मैत्रेयन और मनोज प्रधान मौजूद थे, जबकि पलनीस्वामी गुट की ओर से मंत्री जयकुमार और आर.बी. उदयकुमार मौजूद थे।
प्रपत्र के अनुसार, "12 सितंबर को पार्टी के बहुमत के आधार पर दोनों धड़ों का विलय हुआ था। पार्टी का चिह्न् और नाम लोगों के बीच उसकी पहचान है और पार्टी को इससे वंचित नहीं किया जा सकता, जब पार्टी की शीर्ष नीतिगत फैसले लेने वाले निकाय ने पार्टी को आगे ले जाने का फैसला किया है।"
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पन्नीरसेल्वम और पलनीस्वामी ने पत्र में कहा है कि यह स्पष्ट है कि पार्टी के सभी सांसद, विधायक, मंत्री और आमसभा के सदस्य एक साथ हैं और पार्टी के वास्तविक नाम और चिह्न् 'दो पत्ती' फिर से बहाल करना चाहते हैं।
--आईएएनएस