लखनऊ: राज्य सरकार के मंत्री अफसरों के इंतजार में बैठे रहें। वरिष्ठ अफसर तक नदारद थे। 50 फीसदी से ज्यादा कर्मचारी आफिस नहीं पहुंचे थे। जनता की भाषा में इसे ही सरकारी काम कहते हैं। यह तस्वीर राजधानी के रेशम निदेशालय की है। रेशम उदयोग मंत्री सत्यदेव पचौरी सोमवार को निदेशालय के आकस्मिक निरीक्षण पर निकले थे।
उन्होंने अफसरों पर तंज कसते हुए कहा भी कि यदि अधिकारी समय से कार्यालय नहीं आएंगे तो कर्मचारियों से कैसे उम्मीद की जा सकती है कि वह समय पद दफ्तर में मौजूद रहें। सबको अपनी आदत में बदलाव लाना होगा। ऐसा नहीं होने की सूरत में कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने समय से आफिस नहीं आने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के भी निर्देश दिए।
मंत्री पचौरी सुबह 9:30 बजे रेशम निदेशालय पहुंचे थे। उन्होंने 9ः45 तक कर्मियों को उपस्थिति दर्ज कराने की छूट दी। उस समय तक 45 कर्मियों के सापेक्ष मात्र 18 कर्मी ही समय से कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने बायोमेट्रिक मशीन के विगत एक माह का रिकार्ड भी देखा। अधिकांश कर्मियों के समय से कार्यालय न आने पर भी गहरी नाराजगी जताई। रेशम मंत्री ने कार्यालय में साफ-सफाई ठीक ढंग से न पाये जानेे और छत की सीलिंग छतिग्रस्त मिलने पर भी गहरा असंतोष जताया।