लखनऊ: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दलित कॉन्क्लेव में बीजेपी और बीएसपी पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा- बीजेपी गरीबों को दबाना चाहती है। मायावती ने भी यही किया। मायावती ने कांशीराम की विरासत का दुरुपयोग किया। सीएम बनने के बाद दलितों को दबाया।
राहुल ने और क्या कहा?
-कांग्रेस पार्टी लाइन में खड़े आखिरी व्यक्ति को शक्ति देता है।
-कांग्रेस पार्टी ने देश के साथ मिलकर एक संविधान दिया जिसने 70 सालों से हमें प्रगति दी।
-कांसी राम ने अच्छा काम किया, लेकिन जो मायावती को दिया उसका उन्होंने सही प्रयोग नहीं किया।
-मायावती ने दलितों को आगे नहीं बढ़ाया।
-कांग्रेस पार्टी देश में युवा दलित नेतृत्व देना चाहती है।
-रोहित वेमुला ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया।
-देश में कांग्रेस और आरएसएस के बीच विचारधारा की लड़ाई चल रही है।
राहुल को दिखाए गए काले झंडे
-हवाई अड्डे से पार्टी मुख्यालय जाते समय रास्ते में भाजयुमो वर्कर्स ने उन्हें काले झंडे दिखाए। पुलिस ने भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया। बीजेपी और कांग्रेस वर्कर्स में मारपीट भी हुई।
-अल्पसंख्यकों ने रूमी गेट पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पुतला फूंका। नगर अध्यक्ष मो. नसीम के अगुवाई में अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारियों ने रूमी गेट चौक पर विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि राहुल को देश से माफी मांगनी चाहिए।
क्यों हुआ विरोध
दिनों जेएनयू कैंपस देश विरोधी नारों के बाद राहुल के उसके समर्थन में उतरने के बाद बीजेपी और अन्य संगठन नाराज हैं।
दलित समुदाय को नजदीक लाने की कोशिश
दरअसल, राहुल वेमुल्ला की मौत के बाद अब कांग्रेस का पूरा ध्यान दलित वोट बैंक की तरफ है। पार्टी इस मुद्दे को आगे बढ़ाकर आने वाले चुनाव में जनता के बीच अपनी साख वापस पाने की तैयारी में हैं। राहुल गांधी के लखनऊ राजधानी में दलित सम्मेलन को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।