R Praggnanandhaa: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शतरंज खिलाड़ी आर प्रग्गनानंदा को किया सम्मानित

R Praggnanandhaa: भारत के नए शतरंज बादशाह को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को अपने आवास पर सम्मानित किया। उनका मानना है कि भारत के पास एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने का "अच्छा मौका" है।

Update:2023-09-01 17:40 IST
R Praggnanandhaa (Pic Credit-Social Media)

R Praggnanandhaa: भारत के नए और युवा शतरंज के बादशाह आर प्रग्गनानंदा को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को अपने आवास पर सम्मानित किया। इसके पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शतरंज के बादशाह से अपने आवास पर मुलाकात की। केंद्रीय मंत्री का कहना है कि आर प्रग्गनानंदा के साथ भारत के पास एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने का भविष्य में "अच्छा मौका" है।

प्रग्गनानंदा, जो हाल ही में FIDE टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन देकर भारतीय के साथ विश्व में लोगों का दिल जीत लिया। इसी के साथ आर प्रग्गनानंदा 10 सदस्यीय भारतीय टीम का हिस्सा हैं जो आगामी महाद्वीपीय प्रतियोगिता में भाग लेकर भारत को रिप्रेजेंट करेंगे। प्रग्गनानंद के अलावा अन्य भारतीय शतरंज खिलाड़ियों ने भी इंटरनेशनल फील्ड में तेजी से प्रगति की है।

आगामी वर्षों में भारत के नाम होगा स्वर्ण पदक

18 वर्षीय ग्रैंड मास्टर आर प्रग्गनानंदा जो पिछले हफ्ते FIDE वर्ल्ड कप में सबसे कम उम्र के रजत पदक विजेता बने, को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के एक दिन बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा भी सम्मानित किया गया । इसपर आर प्रग्गनानंदा ने कहा कि, “पिछले कुछ महीनों से मैं वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं। इससे मुझे बहुत आत्मविश्वास मिलता है। मुझे लगता है कि हमारे भारत के पास स्वर्ण पदक जीतने की बहुत अच्छी संभावना है।''

माता पिता के प्रयास से मैं यहां तक पंहुचा हूं - प्रग्गानंदा

उन्होंने आगे कहा कि उन्हें खुशी है कि शतरंज के खेल को देश में इतना ध्यान मिल रहा है। बहुत खुशी है कि हमें यह समर्थन सरकार से मिल रहा है। कई अन्य देशों में खिलाड़ियों को समर्थन नहीं मिलता। यह साथ बहुत जरूरी है। मैं बहुत खुश हूं कि शतरंज बढ़ रहा है। खेल के एक फैंस के रूप में, मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि यह ज्यादा से ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है।'' उनके माता-पिता भी मौजूद थे और प्रज्ञानानंद ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उनकी यात्रा में उनके माता पिता दोनों का समर्थन कितन महत्वपूर्ण रहा हैं।

उन्होंने कहा, "वे मेरे समर्थन के मुख्य आधार हैं, उनके बिना मुझे नहीं लगता कि मेरा यहां तक पहुंच पाना संभव होता और मुझे बहुत खुशी है कि अब उन्हें पहचाना जा रहा है क्योंकि उनके प्रयास मेरे लिए बहुत बड़े हैं।

मैग्नस कार्लसन को हराना एक बड़ी उपलब्धि

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "प्रगनानंद कम उम्र में बहुत परिपक्व हो चुके है, वह मानसिक रूप से भी मजबूत व स्थिर हैं, उनकी चालें बहुत तेज हैं और जिस तरह से उन्होंने मानसिक, शारीरिक और साथ ही शतरंज बोर्ड पर तैयारी की है वह वास्तव में सराहनीय है।" आगे केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि, मैं उन्हें बधाई देना चाहता हूं। 10 साल की उम्र में इंटरनेशनल मास्टर बनना और 16 साल की उम्र में (मैग्नस) कार्लसन को हराना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। प्रग्गनानंदा पिछले कुछ सालों से कई चीजें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे है। उनके माता-पिता की भी बहुत बड़ी भूमिका रही है।"

प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात

प्रग्गनानंदा अपने माता-पिता के साथ गुरुवार 31 अगस्त को प्रधानमंत्री के आवास पर गए। प्रग्गनानंद ने उन्हें और उनके माता-पिता को प्रोत्साहित करने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि प्रज्ञानानंद जुनून और दृढ़ता का प्रतीक हैं।

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