IPL पर ग्रहण: वीवो दे सकता है तगड़ा झटका, BCCI का क्या रहेगा प्लान

हाल ही में चीन ने लद्दाख की गलवान घाटी पर धोके से भारतीय सैनिकों के ऊपर चुपके से वार कर दिया था, जिसकी वजह से भारतीय सेना के कुल 23 सैनिक शहीद हो गए थे। अब चीन के इसी गलत व्यावार की वजह से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बड़ा फैसला कर सकती है।

Update: 2020-06-20 08:53 GMT

नई दिल्ली: एक तरफ जहाँ कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से पूरा देश आसमंजस है, वही दूसरी तरफ चीन अपनी आदतों से बाज़ नहीं आ रहा है। चीन ने पहले कोरोना वायरस को पूरे देश में फैलाया, अब खुद भारत- चीन की सीमा पर अपना आतंक फ़ैलाने की कोशिश कर रहा है।

हाल ही में चीन ने लद्दाख की गलवान घाटी पर धोके से भारतीय सैनिकों के ऊपर चुपके से वार कर दिया था, जिसकी वजह से भारतीय सेना के कुल 23 सैनिक शहीद हो गए थे। अब चीन के इसी गलत व्यावार की वजह से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बड़ा फैसला कर सकती है।

यह फैसला चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो को आईपीएल के वर्तमान टाइटल स्पॉन्सर बनाए रखने के लिए किया जाएगा।

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बीसीसीआई के आईपीएल ट्विटर हैंडल ने किया ट्वीट

बीसीसीआई की इंडियन प्रीमियर लीग के ट्विटर हैंडल ने शुक्रवार रात को ट्वीट किया, 'सीमा पर झड़प में हमारे बहादुर जवानों की शहादत को ध्यान में रखते हुए आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने टूर्नमेंट की विभिन्न स्पॉन्सरशिप डील्स की समीक्षा के लिए अगले सप्ताह एक बैठक बुलाई है।' भारत-चीन सीमा पर चार दशकों से अधिक समय में यह पहली झड़प थी।

आपको बता दे कि बीसीसीआई को वीवो से सालाना 440 करोड़ रुपये मिलते हैं। 2022 में बीसीसीआई और वीवो के बीच पांच साल का करार खत्म हो रहा है। इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल का कहना था कि आईपीएल जैसे भारतीय टूर्नमेंटों के चीनी कंपनियों द्वारा प्रायोजन से देश को ही फायदा हो रहा है।

उन्होंने कहा था कि बीसीसीआई अगले सत्र के लिए अपनी प्रायोजन नीति की समीक्षा के लिए तैयार है, लेकिन आईपीएल के मौजूदा टाइटल स्पॉन्सर वीवो से करार खत्म करने का कोई इरादा नहीं है।

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