क्रिस्टियानो रोनाल्डो को 14 साल में पहली बार बैठना पड़ा बेंच पर, कोच से हुआ था जमकर विवाद
FIFA World Cup 2022: कतर में चल रहे फीफा विश्वकप की कुछ खट्टी-मिट्टी बातें भविष्य में खूब याद की जाएगी। फुटबॉल में कोई टीम किसी बड़े टूर्नामेंट में अपने सबसे बड़े मैच विनर को नॉकआउट मुकाबले में बाहर कर दे तो इससे बड़ी खबर कुछ और नहीं हो सकती है। फीफा विश्वकप के अंतिम 16 के आखिरी मैच में पुर्तगाल की भिड़ंत स्विट्जरलैंड से हुई।
FIFA World Cup 2022: कतर में चल रहे फीफा विश्वकप की कुछ खट्टी-मिट्टी बातें भविष्य में खूब याद की जाएगी। फुटबॉल में कोई टीम किसी बड़े टूर्नामेंट में अपने सबसे बड़े मैच विनर को नॉकआउट मुकाबले में बाहर कर दे तो इससे बड़ी खबर कुछ और नहीं हो सकती है। फीफा विश्वकप के अंतिम 16 के आखिरी मैच में पुर्तगाल की भिड़ंत स्विट्जरलैंड से हुई। लेकिन जब पुर्तगाल ने अपनी टीम की घोषणा की तो पूरा फुटबॉल जगत हैरान रह गया। पुर्तगाल ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो को स्विट्जरलैंड के खिलाफ फीफा विश्व कप के 16वें राउंड के मैच में शुरुआती लाइनअप में जगह नहीं दी गई थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा होने लग गई। चलिए हम आपको बताते है आखिर इतने बड़े खिलाड़ी को टीम मैनेजमेंट ने अचानक मैच से बाहर क्यों किया..?
रोनाल्डो का कोच से हुआ था विवाद:
बता दें पुर्तगाल टीम के कोच फर्नांडो सांदोस और रोनाल्डो के बीच पिछले मैच में सब्सिट्यूट को लेकर विवाद हुआ था। रोनाल्डो को पिछले मुकाबले में आखिरी समय में साउथ कोरिया के खिलाफ सब्सिट्यूट किया गया था। इससे रोनाल्डो बेहद नाराज़ नज़र आए थे। इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि अगले महत्वपूर्ण मुकाबले तक स्थिति सही हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और रोनाल्डो को अंतिम 11 खिलाड़ियों में जगह नहीं देकर विवाद को और बढ़ा दिया। इस मैच में उनकी जगह टीम में गोंसेलो रामोस को शामिल किया गया। रोनाल्डो के बिना पुर्तगाल ने स्विस टीम के खिलाफ यह नॉकआउट मुकाबला 6-1 के बड़े अंतर से अपने नाम किया।
गोंसेलो रामोस ने लगाई हैट्रिक:
क्रिस्टियानो रोनाल्डो को दुनिया का सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ियों में शामिल किया जाता है। अब उनको बेंच पर बैठाकर उनके कोच ने गोंसेलो रामोस पर दांव लगाया। उनके इस फैसले पर सभी हैरान रह गए। लेकिन जैसे ही मैच शुरू हुआ तो गोंसेलो रामोस ने रोनाल्डो की कमी का बिल्कुल अहसास नहीं होने दिया। पुर्तगाल के लिए गोंसेलो रामोस ने हैट्रिक लगाई, जबकि पेपे, रफील गेरुरो और रफील ल्यू ने एक-एक गोल दागे। जबकि दूसरी तरफ स्विस टीम इस मैच में सिर्फ एक गोल कर पाई। आखिरकार स्विज़रलैंड को 6-1 से हारकर फीफा विश्वकप से बाहर होना पड़ा।