IND vs SA: रोहित शर्मा के पास के महेन्द्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी करने का मौका, ऐसा कर गए तो बन जाएंगे दूसरे बेस्ट कप्तान
IND vs SA: भारतीय क्रिकेट टीम को सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच को जीतकर सीरीज को 1-1 से बराबरी पर ला सकती है टीम इंडिया
IND vs SA: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इस टेस्ट सीरीज का दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच बुधवार 3 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। सेंचुरियन में रोहित शर्मा एंड कंपनी को एक पारी और 32 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद टीम इंडिया बैकफुट पर नजर आ रही है, लेकिन केपटाउन में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया की नजरें जीत के साथ ही सीरीज को बराबरी कराने पर होगी, ऐसे में यहां भारतीय टीम वापसी के इरादें से मैदान में उतरेगी।
रोहित शर्मा कप्तान के तौर पर बना सकते हैं बड़ा रिकॉर्ड
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के पास इस मैच में इतिहास दोहराने पर नजरें होंगी। वो यहां बतौर कप्तान एक बहुत ही खास उपलब्धि हासिल कर सकते हैं, जो अब तक केवल महेन्द्र सिंह धोनी की कर सके हैं। हिटमैन कप्तान के रूप में इस मैच में ऐसा ही कुछ करने के इरादें से मैदान में उतरने वाले हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा केपटाउन टेस्ट मैच में जीत दर्ज करते हैं तो वो धोनी के बाद एक बहुत ही खास रिकॉर्ड बनाने वाले दूसरे इंडियन कप्तान बन जाएंगे।
दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने का मौका
इस मैच में रोहित शर्मा क्लीन स्वीप के दंश से ना केवल बचना चाहेंगे, बल्कि इस टेस्ट मैच को जीतकर सीरीज को 1-1 से बराबर करवाना चाहेंगे। अगर भारतीय टीम इस मैच को जीत लेता है, तो सीरीज 1-1 से बराबर हो जाएगी। सीरीज 1-1 से बराबर होने पर रोहित शर्मा भारत के लिए महेन्द्र सिंह धोनी के बाद दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर कोई टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने वाले दूसरे कप्तान बन जाएंगे। अब तक ऐसा सिर्फ महेन्द्र सिंह धोनी ही कर सके हैं, जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 2010-11 में दक्षिण अफ्रीका में सीरीज को 1-1 से ड्रॉ करवाया था।
अब तक धोनी ही दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज को करवा सके हैं बराबर
भारत ने अब तक दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर कुल 8 टेस्ट सीरीज खेली है, और ये 9वीं टेस्ट सीरीज खेल रही है। भारतीय टीम को 1992-93 के पहले दक्षिण अफ्रीका दौरे पर सीरीज में मात खानी पड़ी थी। इसके बाद टीम इंडिया को 1996-97 में भी सीरीज गंवानी पड़ी थी। इसके बाद 2000-01 में भी सौरव गांगुली की कप्तानी में सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2006-07 में भी टीम इंडिया को सीरीज में हार का दंश झेलना पड़ा था। यही 2010-11 में धोनी की कप्तानी में सीरीज को बराबरी पर करके हार के सिलसिले को खत्म किया था, लेकिन इसके बाद 2013 में भी हार मिली तो इसके बाद 2018 और 2022 में भी टीम को मात मिली।