Vinesh Phogat Disqualification: भारत के सिल्वर मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने विनेश फोगाट के डिसक्वालिफिशन को लेकर दिया बड़ा बयान

Vinesh Phogat Disqualification: विनेश फोगाट के डिसक्वालीफिकेशन को लेकर पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले जेवलिन खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने कही बड़ी बात;

Update:2024-08-09 12:01 IST
Neeraj Chopra, Vinesh Phogat

Vinesh Phogat Disqualification (Source_Social Media)

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Vinesh Phogat Disqualification: भारत की बेटी महिला कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक 2024 से अयोग्य ठहराएं जाने के बाद हर किसी को दुख हो रहा है। पूरा देश इस वक्त विनेश फोगाट के बाहर किए जाने के बाद से दुखी और गुस्से से उबाल में है। जहां खेल जगत की हर एक बड़ी हस्ती भी इस मामले को लेकर अपना गुस्सा और दुख जाहिर कर रहा है। जिसमें अब भारत के गोल्डन बॉय और पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने भी अपना बयान दिया है।

विनेश फोगाट के बाहर होने पर सिल्वडर मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने जताया दुख

पेरिस ओलंपिक के जेवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल राउंड में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। उन्हें पाकिस्तान के अरशद नदीम से पीछे रहना पड़ा। लेकिन नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीतकर देश को गौरव का पल दिया। सिल्वर जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने भारत की कुश्ती स्टार महिला खिलाड़ी विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक से डिसक्वालीफाई करने को लेकर बहुत दुख जताया है। नीरज चोपड़ा ने विनेश फोगाट को महान कुश्ती खिलाड़ी और एक चैंपियन खिलाड़ी करार देते हुए बताया कि उन्हें विनेश के बाहर होने की खबर से बहुत बड़ा झटका लगा।

विनेश के बाहर होने से हुआ बहुत दुख- नीरज चोपड़ा

भारत के लिए जेवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने विनेश फोगाट मामले को लेकर कहा कि, "जो कुछ भी उन्होंने यहां किया है, वह एक मिसाल है। यूई सुसाकी को हराना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। और उसके बाद जो भी हुआ, मुझे कुश्ती के नियमों की उतनी समझ नहीं है, लेकिन वह आत्मविश्वास के साथ गोल्ड की ओर बढ़ रही थीं। फिर ये अयोग्यता हुई, और मुझे बहुत, बहुत दुख हुआ।"

विनेश ने कईं परेशानियों के बीच हासिल किया ये खास मुकाम- नीरज चोपड़ा

नीरज ने आगे कहा- "जो विनेश जी की जर्नी रही है, वह बहुत कठिन रही है। 2016 के रियो ओलंपिक में गंभीर चोट से उबरना और फिर 2020 में और भी चोटों का सामना करना। उन्होंने कई व्यक्तिगत परेशानियों को झेला है। और फिर भी वह इस मुकाम तक पहुंचीं और मानसिक रूप से इतनी मजबूत रहीं। सब कुछ ठीक चल रहा था, फिर पता नहीं, भगवान को कुछ और ही मंजूर था। लेकिन हम जानते हैं कि उन्होंने जो भी किया है, वह महान है।"

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