कुछ ऐसी थी टीम इंडिया के टाइगर की लव स्टोरी, शर्मिला को 4 साल लिखी थी चिट्ठियां

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी खान का आज जन्मदिन है। नवाब पटौदी 5 जनवरी, 1941 को भोपाल में एक नवाब खानदान में जन्मे थें। नवाब पटौदी ने 46 टेस्ट मैच खेले और महज बल्कि 21 साल की उम्र में टीम इंडिया की कप्तानी भी की।

Update:2020-01-05 10:08 IST

एंटरटेनमेंट डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी खान का आज जन्मदिन है। नवाब पटौदी 5 जनवरी, 1941 को भोपाल में एक नवाब खानदान में जन्मे थें। नवाब पटौदी ने 46 टेस्ट मैच खेले और महज बल्कि 21 साल की उम्र में टीम इंडिया की कप्तानी भी की। आज उनके जन्मदिन पर हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ रोचक बातें बताने जा रहे हैं, जिन्हें शायद ही आप जानते हों।

पिता को आदर्श मानते थे मंसूर पटौदी

मंसूर के पिता इफ्तिखार अली खान पटौदी भी क्रिकेटर थे। इफ्तिखार पटौदी ने इंग्लैंड और भारत दोनों के लिए क्रिकेट खेला। जबकि मंसूर अली खान पटौदी ने केवल भारत के लिए ही क्रिकेट खेला। मंसूर पटौदी ने अपने पिता को कभी क्रिकेट खेलते हुए नहीं देखा लेकिन वो उन्हें अपना आदर्श मानते थे। क्रिकेट में मंसूर अली खान ने अपने पिता से भी ज्यादा नाम कमाया।

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एक आंख से खेलते थे क्रिकेट

आपको शायद ही ये पता हो कि टीम इंडिया के टाइगर कहे जाने वाले मंसूर पटौदी एक आंख से क्रिकेट खेलते थे। जी हां, दरअसल 1961 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू से पहले ही मंसूर पटौदी के साथ एक दुर्भाग्यपूर्ण एक हादसा हो गया था, जिसमें उनकी एक आंख की रोशनी चली गई थी। उनकी टीम ने मैच खत्म होने के बाद एक डिनर का प्रोग्राम रखा था, जब मंसूर डिनर करके वापस होटल आ रहे थे तो उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया और कांच का एक टुकड़ा उनकी आंखों में जा धंसा। हालांकि तब भी उन्होंने हार नहीं मानी और उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा।

एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर पर आया दिल

अगर मंसूर अली खान पटौदी के लव लाइफ की बात करें तो उनका दिल बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर पर आ गया। हालांकि उन्हें शर्मिला को मनाने के लिए बहुत लंबा इंतजार करना पड़ा और बहुत पापड़ बेलने पड़े। जी हां, मंसूर पटौदी ने चार सालों तक शर्मीला को चिट्ठियां लिखीं और फूल भेजे। आखिरकार पटौदी ने हिम्मत दिखाई और पेरिस की सड़क पर शर्मीला को प्रपोज कर अपने प्यार का इजहार कर ही दिया।

पटौदी की मां मुंबई आ रही हैं, ये सुन घबरा गईं थी शर्मिला

शर्मिला अपने दौर की बोल्ड अभिनेत्रियों में से एक थीं। बात 1968 की है जब शादी से पहले उनका एक और बिकनी फोटोशूट सामने आया और इसके बाद उनकी हर तरफ चर्चा होने लगी। तभी एक दिन शर्मिला को ये पता चला कि पटौदी की मां उनसे मिलने मुंबई आ रही हैं। ये सुन शर्मिला काफी टेंशन में आ गईं कि अगर मंसूर अली खान पटौदी की मां ने उनकी बिकनी वाले होर्डिंग देख लिए तो क्या होगा? कहीं वो उसे देख उन्हें रिजेक्ट न कर दें? उनको इस बात की चिंता सताने लगी कि कहीं पटौदी की मां उनके बेटे से उनकी शादी होने देंगी?

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पूरी मुंबई से हटवाए थे पोस्टर

शर्मिला इस बात को लेकर काफी घबराई हुई थीं, हालांकि मंसूर पटौदी को उनके बिकनी फोटोशूट से कोई दिक्कत नहीं थी। लेकिन शर्मिला को जब कुछ नहीं समझ में आया कि वो क्या करें तो उन्होंने अपने फिल्म के प्रोड्यूसर को कॉल किया और मुंबई की हर जगह से अपनी बिकिनी वाले बोर्डिंग्स हटवा दिए।

लोगों ने कहा नहीं टिकेगा रिश्ता

यहीं नहीं शादी के वक्त बहुत लोग ऐसा भी कह रहे थे कि, बोल्ड इमेज वाली शर्मिला को पटौदी खानदान कभी नहीं स्वीकार करेगा और दोनों के धर्म भी अलग थे। लेकिन दोनों ने परिवारों की रजामंदी के साथ साल 1969 में शादी कर ली। लेकिन जब शादी हुई तो लोग ये अटकलें लगाने लगे कि दोनों की शादी ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाएगी, लेकिन दोनों ने उन अटकलों को झूठा साबित कर दिया और साल 2011 में पटौदी के निधन तक शर्मीला उनके साथ रहीं।

इस गाने से इंप्रेस किया था नवाब पटौदी ने

एक इंटरव्यू में शर्मिला ने बताया था कि, नवाब पटौदी ने 'दिल जलता है तो जलने दो' गाना गाकर उन्हें राजी किया था। उन्होंने बताया कि नवाब पटौदी अक्सर ये गाना गाया करते थे। दोनों की शादी साल 1969 में हुई थी। हालांकि शर्मिला ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था। उन्होंने अपना नाम बदलकर आयशा सुल्ताना कर लिया था। दोनों के तीन बच्चे हैं, सारा अली खान, सबा अली खान और सैफ अली खान।

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