Neeraj Chopra: पेरिस ओलंपिक से पहले नीरज चोपड़ा का धमाका, पावो नूरमी गेम्स में जीता स्वर्ण पदक
Neeraj Chopra Wins Gold: पिछले वर्ष नीरज चोपड़ा इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सके थे जबकि 2022 में उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा था।
Neeraj Chopra Wins Gold: विश्व चैंपियन और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने पेरिस में होने वाले ओलंपिक से पहले एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है। फिनलैंड के तुर्कू में पावो नूरमी गेम्स 2024 में नीरज चोपड़ा ने पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में 85.97 मीटर थ्रो करके स्वर्ण पदक जीता।
पिछले वर्ष नीरज चोपड़ा इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सके थे जबकि 2022 में उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा था। इस बार गोल्डन ब्वाय नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक से पहले गोल्डन थ्रो फेक कर अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर दी है।
तीसरे प्रयास में किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
पावो नूरमी गेम्स के की भाला फेक स्पर्धा में मंगलवार को नीरज चोपड़ा ने अपने तीसरे प्रयास में कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ 85.97 मीटर का थ्रो फेंका। इस थ्रो के साथ ही नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक पर कब्जा कर लिया। उन्होंने इस सत्र के हीरो जर्मनी के 19 वर्षीय मैक्स डेहनिंग के साथ पहली बार प्रतिस्पर्धा की।
90 मीटर क्लब में शामिल होने वाले सबसे युवा खिलाड़ी मैक्स मंगलवार को 80 मीटर के मार्क को भी नहीं छू सके। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 79.84 मीटर रहा। नीरज के अलावा फिनलैंड के टोनी केरानेन ने 84.19 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहकर रजत पदक और ओलिवियर हेलांडर ने 83.96 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता।
ब्रेक के बाद हिस्सा लेने पहुंचे थे नीरज
26 वर्षीय चोपड़ा पिछले महीने दोहा डायमंड लीग में दूसरे स्थान पर रहने और भुवनेश्वर में फेडरेशन कप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। इन दोनों प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के बाद उन्होंने कुछ समय के लिए ब्रेक लिया था। पावो नूरमी गेम्स के दौरान नीरज चोपड़ा सबसे पहले थ्रो करने आए और उन्होंने पहली ही बार में 83.62 मीटर का थ्रो किया। इस तरह नीरज चोपड़ा ने अच्छी शुरुआत की थी।
अपने पहले थ्रो में नीरज चोपड़ा एंडरसन पीटर्स से आगे रहे जिन्होंने पहली बार में 82.58 मीटर का थ्रो किया। दूसरे प्रयास में नीरज ने 83.45 मीटर का थ्रो किया जो उनके शुरुआती प्रयास से कम था। दूसरे प्रयास के बाद नीरज पिछड़ गए थे और ओलिवियर हेलांडर ने बढ़त बना ली थी। ओलिवियर ने दूसरे प्रयास में 83.96 मीटर का थ्रो किया था। इससे नीरज दूसरे स्थान पर पहुंच गए थे।
अकेले पार किया 85 मीटर का थ्रो
अपने दूसरे प्रयास में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने के बाद नीरज चोपड़ा ने तीसरे प्रयास में कमाल का प्रदर्शन किया। तीसरे प्रयास के दौरान नीरज ने शानदार वापसी करते हुए 85.97 मीटर का थ्रो करके विरोधी खिलाड़ियों पर बढ़त बना ली। नीरज चोपड़ा का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा और इसके दम पर उन्होंने स्वर्ण पदक पर कब्जा कर लिया।
इस प्रतियोगिता में आठ भाला फेंक एथलीट हिस्सा ले रहे थे मगर उनके बीच नीरज चोपड़ा 85 मीटर के थ्रो को पार करने वाले अकेले खिलाड़ी रहे। ओलिवियर अपने तीसरे प्रयास में 83 मीटर के पार भी नहीं जा सके और उन्होंने 82.60 मीटर का थ्रो किया। तीसरा प्रयास समाप्त होने के बाद नीरज ने अपनी बढ़त बनाए रखी थी।
बाद के प्रयासों में अच्छा थ्रो नहीं कर सके
नीरज चोपड़ा अपने चौथे प्रयास में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। चौथे प्रयास में उन्होंने 82.21 मीटर का थ्रो किया। नीरज का यह इस मुकाबले का सबसे कमजोर थ्रो रहा, लेकिन इससे उनकी बढ़त पर कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि चौथे प्रयास में भी दूसरा कोई एथलीट एथलीट उनके सर्वश्रेष्ठ थ्रो के करीब भी नहीं पहुंच सका। पांचवें प्रयास के दौरान नीरज चोपड़ा फाउल कर बैठे,लेकिन अच्छी बात यह रही कि पांचवें प्रयास में भी कोई एथलीट नीरज चोपड़ा के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से आगे नहीं निकल सका।
छठे प्रयास में नीरज ने 82.97 मीटर का थ्रो किया। अंतिम प्रयास के दौरान सिर्फ नीरज चोपड़ा और मैक्स डेहनिंग ही सफल प्रयास कर सके जबकि बाकी सभी खिलाड़ी फाउल कर बैठे। सबसे कम उम्र में 90 मीटर का थ्रो करने वाले मैक्स डेहनिंग इस प्रतियोगिता के दौरान अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके।
पेरिस ओलंपिक में नीरज से जगी उम्मीद
पेरिस में ओलंपिक खेल शुरू होने में अब केवल 38 दिन बाकी रह गए हैं और इसकी तैयारी के लिए नीरज चोपड़ा का पावो नूरमी गेम्स में अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी था। पिछले महीने नीरज ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक टूर्नामेंट में चोट के कारण हिस्सा नहीं ले सके थे।
उनकी रिकवरी की जांच के लिए भी यह टूर्नामेंट जरूरी माना जा रहा था। अब पेरिस ओलंपिक से पहले नीरज चोपड़ा को 7 जुलाई को डायमंड लीग के पेरिस चरण में हिस्सा लेना है। नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक जीतने के बाद अब पेरिस ओलंपिक के दौरान उनसे शानदार प्रदर्शन की उम्मीद जताई जा रही है।