Olympics: टोक्यो ओलंपिक के बाद पदक विजेता लवलीना ने लिया बड़ा प्रण, हर भारतीय को होगा गर्व
Olympics: लवलीना बोरगोहेन ने कहा कि मेरा अगला लक्ष्य पेरिस में टोक्यो में जीते मेडल के रंग बदलने का है।
Olympics: टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। अब कई खिलाड़ियों ने पेरिस में होने वाले ओलंपिक में अपने मेडल का रंग बदलने का प्रण लिया है। इन खिलाड़ियों में भारत की महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन भी शामिल हैं।
बॉक्सर लवलीना ने ट्वीट कर कहा कि मैंने जो मेहनत किया उसका मुझे फल मिला है। उन्होंने कहा कि ओलिंपिक में पदक जीतने का मेरा सपना पूरा हुआ है। लेकिन अब मेरा अगला लक्ष्य पेरिस में टोक्यो में जीते मेडल के रंग बदलने का है। मैं अपना यह पदक मेरे पीछे खड़े तमाम भारत के लोगों को समर्पित करती हूं।
भारत की स्टार मुक्केबाज ने सिर्फ 23 साल की उम्र में ओलंपिक मेडल जीता है। लवलीना ने पहली बार ओलंपिक में हिस्ला लिया था और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। सेमीफाइनल में जगह बनाकर मेडल पक्का कर लिया। इसके बाद लवलीना की नजर स्वर्ण पदक पर थी। लेकिन कुछ कमियों के कारण उनका यह सपना पूरा नहीं हुआ।
विमेंस वेल्टरवेट कैटेगरी 69 किलोग्राम में लवलीना की तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली स टक्कर थी। बुसेनाज वर्तमान में विश्व चैंपियन हैं और काफी आक्रामक बॉक्सर भी हैं। सेमीफाइनल में लवलीना मुकाबला हार गईं, लेकिन उन्होंने साबित कर दिया कि वह एक शानदार मुक्केबाज हैं। उन्होंने अपने पहले ही ओलंपिक में इतिहास रच दिया।
अमेरिका ने जीता सबसे अधिक पदक
बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में अमेरिका ने 39 गोल्ड समेत 113 मेडल जीते हैं, तो वहीं चीन ने 38 गोल्ड मेडल समेत 88 पदक जीते हैं जबकि जापान ने 27 गोल्ड मेडल समेत 58 पदक जीता है। भारत ने 1 गोल्ड मेडल समेत 7 पदक जीते हैं। भारत ने ओलंपिक में अब तक अपना सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। भारत की तरफ से भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीता है। इसके अलावा भारत ने 2 सिल्वर और 4 कांस्य पदक जीते हैं।