साउथ अफ्रीकी टीम के केशव महाराज हैं बड़े हनुमान भक्त, उत्तर प्रदेश से है इस खिलाड़ी का गहरा नाता
Keshav Maharaj Sultanpur UP: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बुधवार को खेला जाएगा। दोनों टीमों के बीच यह मैच तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में होगा।
Keshav Maharaj Sultanpur UP: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बुधवार को खेला जाएगा। दोनों टीमों के बीच यह मैच तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में होगा। साउथ अफ्रीका की टीम तीन मैचों की वनडे और टी-20 सीरीज के लिए भारत पहुंच चुकी है। एयरपोर्ट से बाहर निकलते समय अफ्रीका की टीम का जबरदस्त स्वागत किया गया। इसके बाद टीम के सभी खिलाड़ी अपने होटल पहुंच गए। लेकिन एक खिलाड़ी होटल से सीधा मंदिर पहुंचा। आप हैरान रह गए होंगे कि आखिर ये खिलाड़ी मैच से पहले मंदिर में पूजा-अर्चना करने क्यों गया। तो चलिए हम बताते हैं उस खिलाड़ी के बारे में और उसका क्या हैं भारत से नाता....
भारतीय मूल के खिलाड़ी हैं केशव महाराज:
भारत दौरे पर आई साउथ अफ्रीका टीम में शामिल केशव महाराज का भारत से काफी गहरा नाता है। केशव महाराज भारतीय मूल के खिलाड़ी हैं, जो साउथ अफ्रीका के लिए खेलते हैं। इनके पूर्वज काफी समय पूर्व भारत से जाकर अफ्रीका में बस गए थे, लेकिन आज भी केशव महाराज और उनका परिवार भारतीय रीति-रिवाज का पूरी तरह पालन करते हैं। इसके अलावा सभी हिन्दू त्यौहार भी धूमधाम से मानते हैं। सीरीज के पहले टी-20 से पूर्व केशव महाराज ने तिरुवनंतपुरम के पद्मनाभ स्वामी मंदिर में धोक लगाई। इसकी एक फोटो साझाकर केशव ने लिखा, 'सभी को नवरात्रि की बधाई, जय माता दी.'
केशव महाराज हैं बड़े हनुमान भक्त:
केशव महाराज हिन्दू देवी-देवताओं को खूब मानते हैं। केशव महाराज बड़े हनुमान भक्त हैं। हनुमान जी की तस्वीर भी वो लगातार अपने सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं। और उसके साथ उनकी पूजा-अर्चना भी करते हैं। उनको जब भी मौका मिलता है वो मंदिर में माथा जरूर टेकते हैं। इस साल की शुरुआत में भारत को अफ्रीका ने वनडे सीरीज में हराया था। उसके बाद केशव महाराज ने ट्वीट कर लिखा था 'जय श्री राम'....
यूपी के सुल्तानपुर से गहरा नाता:
केशव महाराज के पूर्वज यूपी के सुल्तानपुर से ताल्लुक रखते थे। कई सालों पहले इनके पूर्वज नौकरी की तलाश में अफ्रीका के डरबन शहर जाकर बस गए थे। उसके बाद उन्होंने वहीं अपना सारा व्यापार जमा लिया। इनके पिता का नाम आत्मानंद महाराज है। महाराज नाम इनको अपने पूर्वजों से मिला है, जो आज भी इनकी पहचान बना हुआ है। पिछली बार भारत दौरे पर वो अफ्रीका टीम के कप्तान बनकर आए थे। लेकिन इस बार अफ्रीका ने अपना कप्तान बदल दिया है। अब उनकी जगह यह जिम्मेदारी तेम्बा बावुमा को सौंपी गई है।