Mayank Yadav: आईपीएल के स्पीड स्टार मयंक यादव के प्रथम श्रेणी क्रिकेट ना खेलने पर भड़का ये दिग्गज, कह दी चौंकानें वाली बात
Mayank Yadav: अपनी रफ्तार से प्रभाव छोड़ने वाले मयंक यादव पिछले काफी समय से चोटिल चल रहे हैं। उनकी फिटनेस को लेकर पूर्व गेंदबाजी कोच ने कही बड़ी बात
Mayank Yadav: इंडियन प्रीमियर लीग ने अब तक एक से एक प्रतिभा की खोज की है। इस मेगा टी20 लीग ने कईं प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को दिया है, जिसमें इसी साल खेले गए एडिशन में इंडियन क्रिकेट को एक बड़ा रफ्तार का सौदागर मिला। लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए खेले तेज गेंदबाज मयंक यादव ने आईपीएल 2024 में अपनी गेंदबाजी की रफ्तार से काफी प्रभावित किया। मयंक यादव ने पहले ही मैच में लगातार 150 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करके हर किसी को अपना मुरिद बना दिया।
मयंक यादव ने पहले ही आईपीएल में स्पीड से एक्सपर्ट्स को किया हैरान
मयंक यादव ने अपने डेब्यू मैच में ही गजब की रफ्तार दिखायी थी और इस तेज गेंदबाज ने अपनी खतरनाक गेंदबाजी से 155.8 की स्पीड से भी गेंदबाजी की। मयंक यादव ने अपनी स्पीड से ना सिर्फ भारतीय दिग्गजों बल्कि वर्ल्ड क्रिकेट में और भी महान तेज गेंदबाजों को स्पीड से हैरान किया और उनका दिल छू लिया। मयंक यादव को इसके बाद जल्द ही टीम इंडिया में देखे जाने की बाते कही जा रही थी,
मयंक यादव को दलीप ट्रॉफी में ना होने से भड़के पारस म्हाम्ब्रे
लेकिन लखनऊ सुपरजायंट्स की टीम में खेले 22 साल के इस गेंदबाज को 4 मैच के बाद ही चोटिल होना पड़ा और वो अभी चोट से जूझ रहे हैं। मयंक यादव बैंगलुरू स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी में अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं। साथ ही एक्सपर्ट्स की निगरानी में गेंदबाजी की प्रैक्टिस कर रहे हैं। तो वहीं उनका नाम दलीप ट्रॉफी में नहीं है। मयंक के इस तरह से घरेलू क्रिकेट से दूर होने की वजह से भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने तीखा हमला बोला है।
पारस म्हाम्ब्रे ने कहा, मयंक को ज्यादा से ज्यादा कराओं गेंदबाजी
भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने कहा कि, “मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि वो तैयार नहीं हैं तो उससे गेंदबाजी नहीं कराओं, ये उम्र ऐसी है, जब उन्हें गेंदबाजी करनी चाहिए। एक पेशेवर गेंदबाज के तौर पर उन्हें गेंदबाजी करनी चाहिए। आप मैदान में जितना ज्यादा गेंदबाजी करेंगे, आप गेंदबाजी पर उतना ही ज्यादा नियंत्रण हासिल करेंगे। आपको ये समझ आएगा कि आपका शरीर कितना कुछ सहन कर सकता है। आप ये कहकर नहीं टाल सकते कि वो चोटिल हो जाएगा।“
एक तेज गेंदबाज को प्रथम श्रेणी क्रिकेट में लेना चाहिए हिस्सा
इसके बाद आगे इस पूर्व गेंदबाजी कोच ने कहा कि, “हम उससे जरूरत से ज्यादा गेंदबाजी नहीं करवा सकते जिससे वो थक जाए। हालांकि हमें उसे लेकर समझदारी से काम लेना होगा कि वो कितनी गेंदबाजी कर सकता है। एक तेज गेंदबाज के तौर पर उन्हें प्रथम श्रेणी में हिस्सा लेना चाहिए। हमें ये देखना होगा कि उन्होंने कितना क्रिकेट खेला है, वो कितनी गेंदबाजी कर सकते हैं। हमें उनकी गहरायी तक जाना होगा. तभी हमें ठीक से पता चल पाएगा कि वो कितना चोटिल हैं। जिससे हम उन्हें तैयार कर सके।“