Cricketers Controversial Statements: इन 10 क्रिकेटर्स के विवादित बयान पर मचा बवाल

Cricketers Controversial Statements: दुनिया भर में करोड़ों लोग क्रिकेट के दीवाने हैं। क्रिकेट सिर्फ एक गेम नहीं हैं बल्कि एक भावना है, जिससे फैंस इमोशनल तरीके से जुड़ते हैं।

Written By :  Anupma Raj
Update:2022-09-22 20:01 IST

Controversial Statements made by Cricketers ( Image: Social Media)

Cricketers Controversial Statements: दुनिया भर में करोड़ों लोग क्रिकेट के दीवाने हैं। क्रिकेट सिर्फ एक गेम नहीं हैं बल्कि एक भावना है, जिससे फैंस इमोशनल तरीके से जुड़ते हैं। अपने फेवरेट क्रिकेटर्स के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते हैं। बता दे खिलाड़ी रिटायरमेंट के बाद भी क्रिकेट एक्सपर्ट के तौर पर अपनी राय जाहिर करते रहते हैं। सोशल मीडिया पर अपनी राय शेयर करते हैं। कई बार उनकी राय की सराहना होती है तो कई बड़ा कड़े विरोध। आइए जानते हैं उन 10 विवादित बयान के बारे में जो सबसे बड़ी कॉन्ट्रिवर्सी बनी थी:

केविन पीटरसन (जब मैट प्रायर को जिम्मेदार ठहराया गया)

साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज केविन पीटरसन की गिनती इंग्लैंड के सबसे सफल और महान बल्लेबाजों में होती है। साल 2010 में, टीम ने पहली बार ICC टूर्नामेंट जीता और वर्ल्ड टी20 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर इंग्लैंड ने विजेता की ट्रॉफी अपने नाम कर ली। वहीं 2012 में ड्रेसिंग रूम में अनुशासनहीनता का आरोप लगने के बाद पीटरसन को टीम से बाहर कर दिया गया। जिसके ठीक एक साल बाद पीटरसन ने अपनी आत्मकथा लिखी और उसमें उन्होंने कई बड़े खुलासे किए। जिसमें उन्होंने अपने करियर के अंत के लिए इंग्लैंड के कोच एंडी फ्लावर को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही विकेटकीपर मैट प्रायर की गुंडागर्दी की भी आलोचना की।

कगिसो रबाडा (विराट कोहली को कहा immature)

दरअसल ICC World Cup 2019 का मैच 5 जून को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया था। इस मैच से पहले खिलाड़ियों के बीच जुबानी जंग भी बहुत हुई थी। इसी बीच ही साउथ अफ्रीकी गेंदबाज कैगिसो रबाडा ने टीम इंडिया के बेस्ट खिलाड़ी विराट कोहली को लेकर एक बयान दिया। रबाडा ने कहा कि 'विराट कोहली एक महान खिलाड़ी जरूर हैं लेकिन वह किसी को गाली नहीं दे सकते। विराट मुझे समझ नहीं आते, शायद उन्हें आक्रामकता से कुछ फायदा मिले। लेकिन मुझे विराट का व्यवहार बेहद immature लगता है। जिसके बाद विराट के फैंस ने रबाडा को जमकर ट्रोल किया था।

शोएब अख्तर (जब सचिन और द्रविड़ पर कमेंट्री)

बता दे पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अक्सर अपने बयान के कारण ट्रोलर्स के शिकार होते हैं। दरअसल कई मौकों पर उन पर साथियों पर हमला करने का भी आरोप लग चुका है। इसी वजह से शोएब अख्तर को वर्ल्ड टी20 2007 के बीच से ही पाकिस्तान भेज दिया गया था। दरअसल शोएब ने अपनी आत्मकथा में भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बारे में चौंकाने वाली बातें लिखी हैं। शोएब ने लिखा है कि सचिन और द्रविड़ बेहतरीन बल्लेबाज थे लेकिन उनमें मैच जीतने की क्षमता नहीं थी और दोनों खिलाड़ियों को अपनी गति के खिलाफ बल्लेबाजों को पकड़ना मुश्किल लगा। जिसके बाद इस बयान पर क्रिकेट जगत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।  

वीरेंद्र सहवाग (एमएस धोनी को लेकर विवादित बयान)

भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और टीम इंडिया के बेस्ट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी के बीच अनबन तो सभी जानते हैं। दरअसल 2009 वर्ल्ड टी20 के दौरान चर्चा थी कि धोनी और सहवाग के टीम में अलग-अलग कैंप थे, जिसके बाद धोनी पूरी टीम को प्रेस कांफ्रेंस में लेकर आए। बता दे भारतीय टीम ने 2011 में विश्व कप पर अपने नाम किया था। ऐसे में यह कहा जा रहा था कि धोनी की कप्तानी से ही भारतीय टीम विजेता बनी। जिसके बाद वीरेंद्र सहवाग कई इंटरव्यू में इस बात से इनकार कर चुके हैं। दरअसल सेहवाग का मानना ​​था कि भारतीय टीम धोनी की कप्तानी से नहीं बल्कि अपने बेहतरीन खिलाड़ियों की वजह से जीती है। इतना ही नहीं संन्यास के बाद भी वह धोनी की आलोचना करने का कोई मौका नहीं छोड़ते।

हरभजन सिंह (आर अश्विन की गेंदबाजी पर तीखे सवाल)

दरअसल हरभजन सिंह 2011 विश्व कप तक भारतीय टीम के मुख्य स्पिन गेंदबाज थे। भज्जी के बाद रविचंद्रन अश्विन ने टीम में जगह बनाना शुरू कर दिया। जिसके बाद भज्जी को जल्द ही वनडे और टेस्ट दोनों के लिए टीम से बाहर कर दिया गया। जिसके बाद भज्जी ने कहा कि वह और अनिल कुंबले उन पिचों पर मौजूदा गेंदबाजों से ज्यादा विकेट ले सकते थे, जिन पर मैच खेला जा रहा है। इसके बाद कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप की पिचों पर किसी भी स्पिन गेंदबाज को विकेट मिलते हैं लेकिन गेंदबाजों की असली परीक्षा विदेश में होती है। 

विनोद कांबली (सचिन तेंदुलकर को ठहराया था जिम्मेदार ठहराया)

दरअसल विनोद कांबली को कभी भारतीय क्रिकेट का उभरता हुआ सितारा माना जाता था। कांबली ने अपने दूसरे और तीसरे टेस्ट मैचों में दोहरा शतक बनाया। लेकिन इसके बाद कुछ खास नहीं कर पाए जिससे कांबली को जल्द ही टीम से बाहर कर दिया गया। वहीं सचिन और कांबली दोनों साथ में स्कूल क्रिकेट खेलते थे। बता दे कई साल बाद, एक रियलिटी शो में, विनोद कांबली ने कहा कि सचिन ने उनकी मदद नहीं की और अगर सचिन चाहते तो उनका अंतरराष्ट्रीय करियर बच सकता था। इसके बाद यह खबर मीडिया में लीक हो गई। जिसके बाद सचिन और कांबली के रिश्ते में खटास आ गई और क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद सचिन ने अपने भाषण में ना तो कांबली का नाम लिया और ना ही सचिन ने संन्यास के बाद उन्हें पार्टी में बुलाया। हालांकि अब दोनों के रिश्ते में सुधार हो रहा।

हार्दिक पांड्या (महिलाओं पर की टिप्पणी)

टीम इंडिया के बेस्ट ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या भी इस विवादित बयान से घिर चुके हैं। दरअसल हार्दिक ने केएल राहुल के साथ रियलिटी शो कॉफी विद करण में नजर आए थें। जहां उन्होंने महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। जिसके बाद सोशल मीडिया पर इसको लेकर जमकर रिएक्शन आया। दरअसल क्रिकेट को भारत में पूजा जाता है ऐसे में इस तरह के बयान पर पूर्व क्रिकेटरों ने भी हार्दिक पांड्या के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। जिसके बाद हार्दिक ने माफी भी मांगी थी लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। हार्दिक के साथ केएल राहुल को भी सस्पेंड कर दिया गया था। 

शाहिद अफरीदी (गौतम गंभीर पर दी थी बयान)

दरअसल पाक टीम के दिग्गज ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी और भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर एक-दूसरे की आलोचना करने से कभी पीछे नहीं हटते हैं। बता दे दोनों खिलाड़ी 2007 में पाकिस्तान के भारत दौरे के दौरान कानपुर वनडे में मैदान पर भिड़ गए थे। इतना ही नहीं रिटायरमेंट के बाद भी दोनों एक-दूसरे को टारगेट करने से पीछे नहीं हटते। बता दे शाहिद अफरीदी ने अपनी आत्मकथा लिखी थी और गौतम गंभीर के बारे में कई टिप्पणियां भी की थीं। शाहिद ने अपनी आत्मकथा गेम चेंजर में लिखा कि गंभीर का अपना कोई व्यक्तित्व नहीं है। गंभीर खुद को सर डॉन ब्रैडमैन और जेम्स बॉन्ड का कॉम्बिनेशन मानते हैं। गंभीर के रवैये को प्रतिस्पर्धी बिल्कुल भी नहीं कहा जा सकता। गौतम अपने खेल के दिनों में नकारात्मकता से भरे हुए थे। साथ ही मैदान पर गंभीर के रवैये पर कई सवाल खड़े किए। शाहिद अफरीदी की इन टिप्पणियों ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी। इसके बाद गंभीर भी जवाब देने में पीछे नहीं हटे थे।

अर्जुन रणतुंगा (वर्ल्ड कप 2011 फाइनल था फिक्स)

दरअसल वर्ल्ड कप 2011 का फाइनल मैच भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था। भारतीय टीम ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन कर टूर्नामेंट पर कब्जा किया। वहीं इस मैच को लेकर श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने कहा कि टूर्नामेंट का फाइनल मैच फिक्स था। अर्जुन ने अपने फेसबुक पेज पर यह लिखा। पोस्ट में अर्जुन ने बताया कि कैसे वर्ल्ड कप का फाइनल मैच फिक्स हुआ था। अर्जुन ने लिखा कि मैच के दौरान श्रीलंका के कई खिलाड़ी ऐसी स्थिति में थे कि साफ हो गया कि फाइनल मैच फिक्स था। इतना ही नहीं अर्जुन ने अपनी बात को आगे जारी रखते हुए कहा कि हमें इसकी जांच करनी चाहिए कि 2011 विश्व कप फाइनल में श्रीलंकाई टीम के साथ क्या हुआ था। 

तनवीर अहमद (विराट कोहली बेस्ट नहीं)

दरअसल एक टीवी डिबेट के दौरान पाकिस्तान के तनवीर अहमद ने विराट कोहली को भगौड़ा कहने की कोशिश की। दरअसल तनवीर ने कहा कि कोहली एशिया कप नहीं खेल रहे हैं विराट इस टूर्नामेंट से 'भाग गए हैं'। तनवीर के ये कहते ही गौतम गंभीर ने पलटवार किया और ऐसा जवाब दिया की तनवीर बिलकुल चुप हो गए। दरअसल गौतम गंभीर ने विराट कोहली का बचाव करते हुए कहा, 'जितने कोहली के शतक हैं उतने तनवीर ने इंटरनेशनल मैच भी नहीं खेले हैं।

Tags:    

Similar News