जानिए जब युवराज की वजह से धोनी को नहीं मिली थी बल्लेबाजी
2011 के क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम की नायक रहे शानदार ऑलराउंडर युवराज सिंह ने संन्यास ले लिया है। युवराज सिंह ने कहा कि मैंने कभी किसी चुनौती के आगे हार नहीं मानी चाहे वो क्रिकेट का मैच रहा हो या फिर कैंसर जैसी बीमारी।
मुंबई: 2011 के क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम की नायक रहे शानदार ऑलराउंडर युवराज सिंह ने संन्यास ले लिया है। युवराज सिंह ने कहा कि मैंने कभी किसी चुनौती के आगे हार नहीं मानी चाहे वो क्रिकेट का मैच रहा हो या फिर कैंसर जैसी बीमारी।
आज हम आपको कैप्टन कूल कहे जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह के बीच हुआ एक किस्से के बारे में बताते हैं। धोनी पर बनी फिल्म एमएस धोनी में धोनी ने खुद यह राज खोला। फिल्म में धोनी अपने दोस्तों से रणजी ट्रॉफी के एक मैच में युवराज सिंह की बल्लेबाजी का जिक्र करते हुए नजर आते हैं।
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धोनी बताते हैं कि एक मैच के दौरान पंजाब टीम का 60 रन पर पहला विकेट गिर जाता है जिसके बाद युवराज सिंह बल्लेबाजी करने आते हैं। दूसरे दिन का स्कोर 108 रन पर एक विकेट पर रहता है।
धोनी आगे उस रणजी मैच का जिक्र करते हुए कहते हैं कि तीसरे दिन पंजाब का सिर्फ एक विकेट ही गिरता है और उनका स्कोर 431 रन पर 2 विकेट हो जाता है। युवराज सिंह दोहरा शतक लगाते हैं। कहते हैं- 'बहुत मारा धागा खोल दिया एकदम। चौथे और आखिरी दिन पंजाब का स्कोर 839 रन। युवराज ने अकेले 358 रन बनाए।
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हमको सेकेंड इनिंग ही नहीं मिला.' धोनी बताते हैं कि युवराज ने उस मैच में जितने रन बनाए वह बिहार के टोटल स्कोर से भी एक रन ज्यादा थे।