Madhya Pradesh: 5G के बेहद करीब भारत, मध्य प्रदेश के सैन्य इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थापित होगा 5G टेस्ट बेड
5G: रक्षा मंत्रालय ने बताया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के सहयोग से मध्य प्रदेश में मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में 5G टेस्ट बेड की स्थापना की जाएगी।
5G Network: भारत ने बेहतर रूप से खुद को 5G सक्षम (5G test bed) बनाने के लिए एक और सफल कदम उठाया है। इसके मद्देनज़र भारत (india) द्वारा मध्य प्रदेश के महू (Mhow) में एक सैन्य इंजीनियरिंग कॉलेज में एक भारतीय 5G परीक्षण टेस्ट बेड स्थापित करने का निर्णय लिया है और यह भारतीय सेना को अपने परिचालन उपयोग के लिए विशेष रूप से अपनी सीमाओं के साथ 5G तकनीक का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करेगा।
5G टेस्ट के विषय में समस्त विस्तृत जानकारी रक्षा मंत्रालय द्वारा सार्वजनिक की गई है। इस जानकारी के तहत रक्षा मंत्रालय ने बताया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT Madras) के सहयोग से मध्य प्रदेश स्थित महू में मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (MCTE) में 5G टेस्ट बेड की स्थापना की जाएगी।
इसी के साथ रक्षा मंत्रालय ने आगे यह भी कहा कि यह 5G टेस्ट बेड सहयोगी और सहकारी अनुसंधान को भी बढ़ावा देने के साथ ही नई प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए विचारों के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा।
आपको बता दें कि भारत सरकार द्वारा 5G स्पेक्ट्रम नीलामी को मंज़ूरी प्रदान कर दी गई है तथा अब महज औपचारिकताएं शेष हैं, जिसमें आवेदन और अंतिम नीलामी सहित अन्य शामिल हैं।
क्या है 5G
भारत में इंटरनेट की उम्र करीब 27 वर्ष की है और इन 27 वर्षों में भारत द्वारा अबतक 5G तक का सफर तय कर लिया गया है। 5G स्पेक्ट्रम के उपयोग से इंटरनेट डाउनलोड और अपलोड की गति बढ़ने के साथ ही डिवाइस की स्थिति भी बेहतर बनी रहेगी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 5G सेवा 4G की तुलना में 10 गुना अधिक तेज है। इसको स्पेक्ट्रम की लेटेंसी रेट से समझा जा सकता है। दरअसल, लेटेंसी रेट वह दर है जिससे डेटा एक पॉइंट से होकर दूसरे पर आता है। एक ओर जहां 4G में लेटेंसी रेट 50 मिली सेकंड है वहीं दूसरी ओर 5G में यही लेटेंसी रेट 1 मिली सेकंड का प्राप्त होगा।