Formula One Electric Segment: अपने इलेक्ट्रिक सेगमेंट की ओर रूख कर रही है फॉर्मूला-1
Formula One Electric Segment: वाहनों के इलेक्ट्रिक सेगमेंट अब आटोमोबाइल इंडस्ट्री में जगह बना रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अंतर्राष्ट्रीय कार रेसिंग फ़ॉर्मूला वन (F1) भी अब हालिया प्रचलित इलेक्ट्रिक सेगमेंट (Electric Segment) की ओर रुख करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
Formula One Electric Segment: दुनिया की सबसे लोकप्रिय अंतर्राष्ट्रीय कार रेसिंग फ़ॉर्मूला वन (F1) (International Car Racing Formula One) भी अब हालिया प्रचलित इलेक्ट्रिक सेगमेंट (Electric Segment) की ओर रुख करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। फॉर्मूला 1 के संचालक इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल फेडरेशन (FIA) ने इस जानकारी को साझा करते हुए कहा कि साल 2026 तक एक नई, सस्ती और पर्यावरण हेतु अनुकूल इलेक्ट्रिक यूनिट उपलब्ध कराई जाएगी जिसके पश्चात विशेष रूप से फॉर्मूला वन इलेक्ट्रिक सेगमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करेगी। ऐसे में एफआईए द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के प्रति दिलचस्पी दिखाकर पर्यावरण के विषय में वैश्विक रूप से एक कड़ा संदेश देना चाहती है।
तैयार कर ली गई है रूपरेखा
पेरिस (Paris) में आयोजित हुई एक बैठक में एफआईए ने अपने प्रमुख उद्देश्यों और नियमों की रूपरेखा साझा की। इसके अंतर्गत एफआईए (FIA) ने बताया कि फॉर्मूला 1 में इलेक्ट्रिक सेगमेंट जोड़ने के अनुरूप चार प्रमुख स्तंभों को सूचीबद्ध किया गया है, जिसमें 1.6 लीटर वी 6 इंजन, 350 किलोवाट तक विद्युत शक्ति को बढ़ाना, एमजीयू-एच घटकों को समाप्त करना शामिल है , जो कि गर्मी या ऊष्मा से बिजली उत्पन्न करने में सहायक होते हैं । एक बिजली इकाई लागत कैप जो कि बिजली खर्च पर नज़र रहेगी। इन चार स्तम्भों या उपायों के मद्देनजर अब एफआईए शत-प्रतिशत बिजली संचालित फॉर्मूला1 रेस (Formula 1 Race) पर ध्यान केंद्रित करेगी।
2022 तक सामने आएंगे नियम
एफआईए ने बताया है कि 2026 बिजली इकाइयों से संबंधित नियमों की सूची जल्द ही तैयार की जाएगी। वर्ष 2022 की शुरुआत में विश्व मोटर स्पोर्ट काउंसिल को प्रस्तुत भी कर दी जाएगी। इसी के साथ एफआईए ऐसे नियम बनाने को लेकर रूपरेखा तैयार कर रही है , जिससे नए इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं (electric vehicle manufacturers) के लिए इस खेल या रेस में हिस्सा लेना आसान बन सके। इसके चलते ना सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में लोगों की जागरूकता बढ़ेगी। बल्कि फॉर्मूला 1 जैसी विश्व स्तरीय कार रेसिंग से जुड़ने के द्वारा नए वाहन निर्माताओं के ऐसी अंतर्राष्ट्रीय रेसों में प्रतिभाग करने के दरवाजे भी खुलेंगे।
फिलहाल इसके अंतर्गत ये कंपनियां हैं शामिल
फॉर्मूला वन में वर्तमान में सिर्फ मर्सिडीज, फेरारी और रेनो कंपनी की गाड़ियां ही शामिल हैं जबकि जापानी वाहन निर्माता कंपनी होंडा के इस साल के अंत में बाहर निकलने के बाद से रेड बुल कंपनी इसकी जगह ले लेगी।
ऑडी और पोर्शे (Audi and Porsche) जैसी लक्ज़री गाड़ियों की निर्माता कंपनी
वोक्सवैगन ने कथित तौर पर फॉर्मूला 1 में शामिल होने को लेकर अपनी इच्छा जाहिर की है, हालांकि कंपनी द्वारा यह फैसला 2026 तक फॉर्मूला 1 के इलेक्ट्रिक कारों पर स्विच करने के नियम फैसले के तहत लिया जाएगा।
भारतीय रेसर ने भी जीता है यह खिताब
आपको बता दें कि हाल ही में भारतीय ड्राइवर जेहान दारुवाला (Indian driver Jehan Daruwala) ने बहरीन के शाकिर ग्रैंड पिक्स में फॉर्मूला 2 रेस (Formula 2 Race) जीतकर इतिहास रच दिया है। साथ ही वह ऐसा कारनामा करने वाले पहले भारतीय भी बन गए हैं। वर्तमान जेहान दारूवाला रेड बुल जूनियर टीम का हिस्सा है।
(अनुवाद-रजत वर्मा)
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