China-Taiwan Conflict: चीन-ताइवान विवाद के बीच लटक सकती है iPhone 14 सीरीज की लॉन्चिंग, ये है मुख्य वजह
China-Taiwan Conflict: अमेरिका भले चीन के सामने नहीं झुकने की बात कर रह रहा है, लेकिन अमेरिकी कंपनियां चीन जैसे विशाल बाजार को नाराज करने का जोखिम नहीं लेना चाहतीं।
China-Taiwan Conflict: बीते दिनों अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंजेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद हिंद-प्रशांत क्षेत्र में संकट गहरा गया है। चीन और ताइवान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। अमेरिकी स्पीकर के दौरे से नाराज चीन 3 अगस्त से ताइवान के आसपास के इलाकों में मिलिट्री ड्रील कर रहा है। इस ड्रील ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में खलबली मचा दी है। इसका असर अब व्यापार पर भी पड़ता नजर आ रहा है।
अमेरिका भले चीन के सामने नहीं झुकने की बात कर रह रहा है, लेकिन अमेरिकी कंपनियां चीन जैसे विशाल बाजार को नाराज करने का जोखिम नहीं लेना चाहतीं। दोनों देशों के बीच जारी इस तनाव से सबसे अधिक परेशान दुनिया की दिग्गज स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ऐपल है। ऐपल का सबसे बड़ा बाजार चीन है। इसके अलावा ऐपल इंक का असेम्बल पार्टनर Pegatron Corps के चीन में कई असेम्बलिंग प्लांट हैं, जहां से पूरी दुनिया ऐपल के आईफोन और लैपटॉप को निर्यात किया जाता है।
लटक सकती है iPhone 14 सीरीज की लॉन्चिंग?
अमेरिकी स्मार्टफोन कंपनी को सबसे अधिक चिंता iPhone 14 सीरीज की लॉन्चिंग को लेकर है। कंपनी इस नए स्मार्टफोन को अगले माह बाजार में उतारने जा रही है। इसके अलावा कई और प्रोडक्ट्स भी लॉन्च करने वाली है। ऐसे में किसी दिक्कत के कारण शिपमेंट में देरी होती है तो इसका सीधा असर लॉन्चिंग पर पड़ेगा।
गौरतलब है कि चीन ने मेड इन ताइवान वाले प्रोडक्ट पर कड़े नियम लागू कर दिए हैं। कंपनियों से ताइवान से चीन जाने वाले प्रोडक्ट पर ताइवान चीन या चीनी ताइपे का लेबल लगाने को कहा गया है। इस नियम का उल्लंघन करने पर 400 युआन का जुर्माना लगेगा। इसके साथ ही शिपमेंट भी रिजेक्ट किया जा सकता है।
चीन के सामने नतमस्तक हुआ ऐपल
एक तरफ बाइडन प्रशासन जहां चीन की दादागिरी को चैलेंज देने की कोशिश में लगा हुआ है वहीं अमेरिकी कंपनियां चीन के हर आदेश को आंख मूंद कर मानने को तैयार है। ऐपल ने ताइवान को लेकर चीन के नए नियम का अपने सप्लाइयरों से सख्ती से पालन करने को कहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने ताइवान से चीन जा रहे शिपमेंट्स के लिए चीनी नियमों का कड़ाई से पालन करने का निर्देश किया है।
कंपनी ने अपने सप्लाइयर्स से ताइवास से चीन जा रहे प्रोडक्ट पर ताइवान चीन या चीनी ताइपे का लेबल लगाने को कहा है। दरअसल गुरूवार को चीनी कस्टम अधिकारियों ने ऐपल के सप्लाइयर Pegatron का ताइवान से आए एक शिपमेंट को रिव्यू के लिए भेज दिया था। क्योंकि इसमें चीन के नए नियम का पालन नहीं किया गया था।