Indus App Store: ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म कम्पनी फोनपे, 21 फरवरी को लॉन्च करेगी इंडस ऐप स्टोर, अब गूगल को पछाड़ने की है तैयारी
Indus App Store: इसके इस्तेमाल से ऐप डेवलपर्स भी मुनाफे में रहेंगे। इसके अलावा डेवलपर्स को अपनी स्थानीय भाषा के साथ ही दर्जन भर से ज्यादा भारतीय भाषाओं में अपने ऐप्स को पेश करने का विकल्प उपलब्ध मिलेगा।
Indus App Store: पेटीएम की तर्ज पर चलने वाला ऑनलाइन पेमेंट ऐप 'फोन पे' अब अपने प्लेटफार्म को अपडेट देने के साथ एक शानदार फीचर को शामिल करने जा रहा है। असल में 'फोन पे' 21 फरवरी को अपने ऐप स्टोर का उद्घाटन करने की तैयारी कर रहा है। फोनपे का लक्ष्य अपने इंडस ऐप स्टोर के जरिए ऐप बाजार के क्षेत्र में अपना विस्तार करना है साथ ही तेजी से ऊंची छलांग लगाते हुए टेक दिग्गज कंपनियों ऐपल और गूगल को पछाड़ना है। मिली जानकारियों के अनुसार, फोनपे का लॉन्च इवेंट जल्द ही नई दिल्ली में आयोजित होनेवाला है। इस आयोजन में सरकारी विभागों के आला अधिकारियों, टेक कंपनियों के स्टार्टअप दिग्गजों और उद्योग के सीनियर अधिकारियों की उपस्थिति और कई तरह के कार्यक्रमों के संचालनों का दौर चलने की उम्मीद की जा रही है। जिसकी शुरुआती दौर की तैयारियां जोरों से चल रहीं हैं।
फोन पे इंडस ऐप स्टोर फीचर्स
फोन पे के इंडस ऐप स्टोर की खूबियों की बात करें तो इंडस ऐप स्टोर की वेबसाइट पर साझा की गईं इससे जुड़ी जानकारियों के अनुसार, डेवलपर्स को अपने एप्लिकेशन के भीतर अपनी पसंद के किसी भी पेमेंट गेटवे को चुनने का विकल्प मिलेगा,
इसके इस्तेमाल से ऐप डेवलपर्स भी मुनाफे में रहेंगे। इसके अलावा डेवलपर्स को अपनी स्थानीय भाषा के साथ ही दर्जन भर से ज्यादा भारतीय भाषाओं में अपने ऐप्स को पेश करने का विकल्प उपलब्ध मिलेगा। इसी के साथ यह फीचर भारत में बोली जाने वाली लगभग सभी भाषाओं में वीडियो-आधारित ऐप सर्च के साथ विज्ञापनों जैसी फीचर्स को भी पेश करेगा।
पहले वर्ष डेवलपर्स के लिए निःशुल्क उपलब्ध होगा, ये प्लेटफार्म
पिछले वर्ष 2023 सितंबर में फोन पे कंपनी ने एंड्रॉयड-आधारित ऐप मार्केटप्लेस के लिए अपने डेवलपर प्लेटफॉर्म ऐप की पेशकश की थी। इंडस ऐप स्टोर अपने साथ के प्रतिद्वंद्वियों के लिए भी बेहद खास है, क्योंकिं वह इन-ऐप भुगतान के लिए डेवलपर्स पर प्लेटफॉर्म शुल्क या कमीशन नहीं लगाने का दावा करता है। इस ऐप के इस्तेमाल के12 महीने की समय सीमा के पूरा होने के बाद कंपनी द्वारा इसके यूजर्स से आंशिक वार्षिक शुल्क वसूला जाएगा।