Hacker Se Kaise Bache: WhatsApp सहित अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट यूजर्स बन रहे Hackers का शिकार, जानिए बचने के टिप्स

Hacker Se Kaise Bache: सोशल नेटवर्किंग साइट के यजर्स को सतर्क रहना भी जरूरी

Report :  aman
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-10-18 13:57 GMT

सोशल साइट्स से संबंधित तस्वीर (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Hacker Se Kaise Bache: अगर आप किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट जैसे व्हाट्सएप (WhatsApp), ट्विटर (twitter), फेसबुक (Facebook), इंस्टाग्राम (Instagram) सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप सचेत रहें। क्योंकि, आप पर हैकर्स की नजर है, जो आपको बड़ा नुकसान दे सकता है।

सोशल मीडिया दोस्तों, परिवार, रिश्तेदार या दुनिया से जुड़ने के लिए तो बेहतर है, लेकिन इस राह में धोखे बहुत हैं। यह सीधे तरीके से हमला नहीं करता। यह यूजर्स को मजबूर करता है, कि वह अपनी निजी जानकारी दें। फिर उनका काम आसान हो जाता है। निजी जानकारियां जुटाने के बाद वो यूजर्स से पैसे चुरा लेते हैं। सोशल मीडिया पर आमतौर पर एक संदेश प्राप्त होता है, जो कुछ उपहार या लाभ का वादा करता है। आपको भी कभी न कभी इस तरह का विज्ञापन या संदेश जरूर मिला होगा। वहां किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। जैसे ही आपने गलती से भी उस लिंक को क्लिक किया, बस आप गलती कर गए। आपने अपने डिवाइस में हैकर को घुसने की अनुमति दे दी।

बस एक क्लिक और यूजर्स डब्बा गोल

अक्सर व्हाट्सएप यूजर्स (whatsapp hack se kaise bache) को इन लिंक्स पर क्लिक करके ही इन लाभों को प्राप्त करने का एकमात्र तरीका बताया जाता है। हालांकि, जैसे ही यूजर लिंक पर क्लिक करता है, कुछ एप या मैलवेयर यूजर्स के फोन या कंप्यूटर पर डाउनलोड हो जाते हैं। बता दें, कि ये यूजर्स की जासूसी करने और घपलेबाजों को जानकारी भेजने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इसके बाद हैकर को आपकी सभी गतिविधियों की जानकारी होती है। खासकर, जब आप रुपयों से जुड़ा लेन-देन करते हैं। इस तरह से यूजर की जानकारी के बिना सूचना किसी और के पास चली जाती है।

फर्जी फॉर्म के जरिए देते हैं धोखा

दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बाद यूजर्स से कुछ फॉर्म भरने को कहा जाता है। अगर आप उनके निर्देश के अनुसार, यूजर नेम और पासवर्ड भी डालते हैं तो आप हैकर के ट्रैप में पूरी तरह फंस चुके हैं। क्योंकि यह फॉर्म नकली होता है। ये आमतौर पर फर्जी वेबसाइटों पर पाए जाते हैं। इन्हें इस तरह से डिजाइन किया जाता है, कि वे एक आधिकारिक बैंक या अन्य संस्थान के समान दिखते हैं।

अब सवाल उठता है, कि आखिर इन धोखेबाजों के झांसे में आने से कैसे बचा जाए। इसके लिए यूजर्स को कुछ बातों को याद रखनी चाहिए। जो निम्न हैं:-

- जब भी कोई आपको सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए बड़ा फायदा देने का वादा करे और पैसे मांगे तो उसी वक्त संभल जाईये।

- याद रखें, कुछ भी मुफ्त में नहीं मिलता। जो लोग आपको मुफ्त में मोटी रकम देने का वादा करते हैं, उनका मकसद सिर्फ दूसरे लोगों को धोखा देना होता है।

- जब भी कोई आपसे यूजर नेम, पासवर्ड या अन्य संवेदनशील जानकारी मांगे, तो संभल जाईये।

- क्योंकि कोई भी बैंक या अन्य वैध व्यवसाय आपसे ये गुप्त जानकारियां नहीं मांगती हैं।

- बैंकिंग डीटेल्स, क्रेडिट और डेबिट कार्ड नंबर, सीवीवी, पिन, इंटरनेट बैंकिंग यूजर आईडी, इंटरनेट बैंकिंग पासवर्ड आदि को कभी किसी से साझा नहीं करें।

- कभी भी प्राप्त हुए ओटीपी को किसी से शेयर न करें।

- ऐसे ओटीपी धोखेबाजों द्वारा आपके बैंक खाते, या आपके पास मौजूद अन्य व्यक्तिगत खातों तक पहुंचने का प्रयास हो सकता है।

- इनमें आपके आधार कार्ड से लेकर ई-कॉमर्स वेबसाइट तक कुछ भी शामिल हो सकता है।


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