Crowdstrike क्या है, जिससे ठप हुआ Microsoft सर्वर
Crowdstrike: दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट सर्वर ठप होने के कारण यूजर्स परेशान रहे। फ्लाइट कैंसल होने से लेकर लेपटॉप और फोन तक चलाने में काफी परेशानी हुई।
Crowdstrike: दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट सर्वर ठप होने के कारण यूजर्स परेशान रहे। फ्लाइट कैंसल होने से लेकर लेपटॉप और फोन तक चलाने में काफी परेशानी हुई। दरअसल माइक्रोसॉफ्ट को साइबर सुरक्षा प्रदान करने वाली क्राउडस्ट्राइक फर्म में आई तकनीकी गड़बड़ी के कारण दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने वाले यूजर्स का कामकाज ठप रहा। इसका असर भारत समेत दुनिया के कई देशों में भी दिखा। इसे लेकर यूजर्स भी काफी परेशान रहे।
Crowdstrike क्या है (What is Crowdstrike):
Crowdstrike की बात करें तो CrowdStrike एक साइबर सिक्योरिटी फर्म है, जो कंपनियों को IT एनवायरमेंट को सुरक्षित रखने में मददगार है। दरअसल कोई भी कंपनी इंटरनेट की मदद से जो भी काम करती है, उसे हैकर्स से सुरक्षित रखने में CrowdStrike काफी मदद करती है।
दरअसल CrowdStrike एक अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी फर्म है, जो माइक्रोसॉफ्ट के साथ काम करने के लिए जाने जाती है। इस कारण ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और दुनिया के दूसरे रीजन में माइक्रोसॉफ्ट की सर्विसेस प्रभावित हुई। साइबर सिक्योरिटी प्लेटफॉर्म क्राउडस्ट्राइक में दिक्कत के कारण ही सेवाएं प्रभावित हुई। यहां तक की इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस का कहना है कि, सर्वर में दिक्कत के कारण सेवाएं ठप हैं। इतना ही नहीं एयरपोर्ट पर चेक-इन और चेक-आउट सिस्टम भी ठप हो गए हैं। इसके कारण बुकिंग सेवा भी प्रभावित हुई। वहीं अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी में भी बैंकिंग, टेलीकॉम, मीडिया आउटलेट और एयरलाइंस की सेवाओं पर भी इसका असर देखने को मिला।
जानकारी के लिए बता दें कि, क्राउड स्ट्राइक का एक एक मेन प्रोडक्ट Falcon है और इसी प्रोडक्ट में भी एक बड़ा एरर आया था। जिसका असर माइक्रोसॉफ्ट यूजर्स पर भी पड़ा। क्राउडस्ट्राइक अपने यूजर्स को क्लाउड बेस्ड एंडपॉइंट प्रोटेक्शन सॉल्यूशन प्रदान करती है। क्राउड स्ट्राइक दुनियाभर की तमाम कंपनियों को अपनी सर्विस प्रदान करती है। क्राउडस्ट्राइक की स्थापना 2011 में हुई थी। वहीं जून 2013 में कंपनी ने अपनी पहली सर्विस क्राउडस्ट्राइक फाल्कन को लॉन्च की थी।