Dangerous Roads in India: भारत की ये हैं 10 सबसे खतरनाक सड़कें, थम जाती हैं सांसें
Dangerous Roads in India:भारत में लाखों की तादाद में लोग हैं जो अडवेंचर के शौकीन हैं और रोडट्रिप पर जाना पसंद करते हैं।भारत में ऐसी सड़कें हैं,जिनपर चलने से पहले आप 10 बार सोचेंगे।
Dangerous Roads in India: भारत में लाखों की तादाद में ऐसे लोग हैं जो अडवेंचर के शौकीन हैं और रोड ट्रिप पर जाना पसंद करते हैं। बता दे भारत में ऐसी कई सड़कें हैं, जिनपर चलने से पहले लोग आप 10 बार सोचेंगे। दरअसल इन सड़कों पर आए दिन हादसे होते रहते हैं, लेकिन फिर भी रोड ट्रिप के शौकीन लोग इन पर सफर करने से पीछे नहीं हटते हैं। आइए जानते हैं भारत के 10 सबसे खतरनाक सड़कों के बारे में:
जोजी ला पास
दरअसल जोजी ला पास (दर्रा) भारत की सबसे खतरनाक सड़कों में से एक है। ऐसी खतरनाक सड़कें कि पलक झपकी नहीं कि 3,538 मीटर की ऊंचाई से सीधे नीचे गिर सकते हैं। बता दे यह सड़क श्रीनगर से लेह जाते हुए रास्ते में पड़ती है, जो लद्दाख और कश्मीर को जोड़ता है। यहां तापमान भी शून्य से -45°C नीचे तक रहता है। हालांकि आम दिनों में यहां की सड़कें मिट्टी से भरी रहती हैं लेकिन बर्फबारी के कारण यह सड़क बहुत ज्यादा खतरनाक हो जाती हैं।
लेह-मनाली हाईवे, रोहतांग पास
बता दे हिमाचल प्रदेश और लद्दाख को जोड़ने वाले इस पास को रोहतांग पास या दर्रा (Rohtang Pass) के नाम से जाना जाता है। दरअसल इस खतरनाक सड़क पर चलने के लिए आपकी धैर्य रखना होगा क्योंकि इस सड़क पर हमेशा ही जाम लगा रहता है। बता दे कि बर्फबारी के मौसम में तो इस रोड पर दुर्घटनाएं होना आम बात है क्योंकि इस हाईवे के दोनों तरफ से पहाड़ हैं। जो बर्फबारी के बाद ज्यादा खतरनाक हो जाता है।
किश्तवर-कैलाश रोड
दरअसल यह सड़क नेशनल हाईवे 244 का हिस्सा है, जो चिनाब नदी के साथ जुड़ा है। बता दे इस बेहद खतरनाक सड़क के बारे में ऐथलीट मिक फ्लावर ने जिक्र करते हुए अपने क्लिम्बिंग पार्टनर पॉल रैम्सडन के साथ अपनी यात्रा के बारे में बताया था। ऐथलीट मिक फ्लावर ने यात्रा साल 2013 में में की थी। ऐथलीट मिक फ्लावर ने बताया था कि इस सड़क पर यदि आप जल्दबाजी करते हैं तो फिर आपकी जान का भगवान ही मालिक है।
कोली हिल्स रोड, तमिलनाडु
तमिलनाडु के नमक्कल जिले में स्थित कोली हिल्स एक खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन के साथ एडवेंचर ट्रिप भी है। दरअसल इस रास्ते पर लगातार 70 हेयरपिन मोड़ हैं, जिसके कारण यह बाइकर्स के बीच काफी फेमस और फेवरेट है। बता दे इसपर मौजूद खराब पैच और पॉट होल्स राइडिंग को काफी रोमांचक बना देते हैं। यह स्थान काफी खूबसूरत तो जरूर है लेकिन जरा सी लापरवाही से जान भी जा सकती है।
थ्री लेवल जिगजैग रोड, सिक्किम
दरअसल सिक्किम में मौजूद यह सड़क काफी घुमावदार है, जो इसे काफी खतरनाक बना देता है। बता दे यह सड़क समुद्र तल से 11,200 फिट की ऊंचाई से होकर गुजरती है। हालांकि इस रोड पर चलते हुए आपको बेहद ही खूबसूरत दृश्य देखने को मिलेंगे पर साथ में खतरा भी उठाना पड़ता है।
माथेरान-नेरल रोड
दरअसल यह सड़क माथेरान और नेरल को जोड़ती है। यूं तो यह सड़क काफी स्मूद है, लेकिन इतनी संकरी है की आप गाड़ी की स्पीड नहीं बढ़ा सकते। बता दे पहाड़ियों से घिरा माथेरान अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए फेमस है। साथ ही यहां के घने जंगलों में तेंदुए, हिरण, मालाबार जायंट गिलहरी, लोमड़ी, जंगली सूअर, मोंगोज और लंगूर जैसे जानवर पाए जाते हैं।
नाथू ला पास
दरअसल नाथू ला पास भारत के सिक्किम और दक्षिण तिब्बत में चुम्बी घाटी को जोड़ता है। बता दे इसे दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल रोड माना जाता है। साथ ही यह भारत और चीन के बीच तीन ओपन ट्रेडिंग बॉर्डर पोस्ट्स में से एक है। इस सड़क पर ड्राइव करना मजेदार होने के साथ साथ खतरनाक भी है। दरअसल यह पास प्राचीन शिल्क रूट की एक शाखा का हिस्सा रहा है।
चांग ला पास
बता दे चांग ला पास लद्दाख को तिब्बत से जोड़ता है। दरअसल चांग ला पूरे साल बर्फ से ढंका रहता है। अगर आप यहां जा रहे हों तो मेडिकल किट और गर्म कपड़े जरूर रख लें, क्योंकि चांग ला के मौसम का कोई ठिकाना नहीं रहता। इतना ही नहीं मौसम के अलावा इस सड़क की उंचाई भी इसे खतरनाक बनाती है। बता दे इसकी अनुमानित ऊंचाई लगभग 17,585 फिट है।
माउंट आबू
दरअसल समुद्र तल से 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माउण्ट आबू राजस्थान का एकमात्र पहाड़ी नगर है। बता दे यह अरावली पर्वत का सर्वोच्च शिखर, जैनियों का प्रमुख तीर्थस्थान हैं। डैरासाल्बमाउंट आबू तक पहुंचने के लिए 28 km के दर्रे से जाना पड़ता है जो आबू रोड़ से शुरु होता हैं। बता दे यह सड़क कुछ जगहों पर बेहद खतरनाक हो जाती है, जिसके कारण यहां एक बार में एक ही वाहन सड़क पर चल सकता हैं|
तिरुपति, आंध्र प्रदेश
तिरुपति भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है, जो आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। बता दे यहां पहर साल लाखों की संख्या में दर्शनार्थी आते हैं। दरअसल समुद्र तल से 3200 फीट ऊंचाई पर स्थित तिरुमला की पहाड़ियों पर बना श्री वैंकटेश्वर मंदिर यहां का सबसे बड़ा आकर्षण है। बता दे कई शताब्दी पूर्व बना यह मंदिर दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्प कला का अदभूत उदाहरण हैं। दरअसल तिरुपति की सड़कें काफी जोखिम भरी हैं और यहां दुर्घटनाओं का खतरा रहता हैं क्योंकि यह सड़क काफ़ी ज्यादा घुमावदार, मोड़ एवं खड़ी हैं, जो इसे खतरनाक सड़कों में से एक बनाता हैं।