Ganesh Chaturthi in Pune: बहुत प्रसिद्ध है पुणे का दगड़ू सेठ मंदिर, यहां जाने इसकी खासियत और इतिहास
Celebrate Ganesh Chaturthi In Pune: गणेश चतुर्थी पर सभी भक्त धूमधाम से अपने घरों में गणपति जी की स्थापना करते हैं। चलिए आज हम आपको महाराष्ट्र के प्रसिद्ध गणपति मंदिर के बारे में बताते हैं।
कब हुआ दगड़ू सेठ मंदिर का निर्माण (Pune Dagdu Seth Temple Built)Ganesh Chaturthi in Pune: 7 सितंबर से गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाएगी और इस मौके पर देश भर के गणेश मंदिर में भक्तों की भीड़ देखने को मिलने वाली है। देश भर में भगवान गणेश के कई सारे मंदिर हैं जो अपने चमत्कार और इतिहास के लिए पहचाने जाते हैं। महाराष्ट्र में देश की सबसे प्राचीन और खास गणेश मंदिर विद्यमान है जहां पर गणेश उत्सव की धूम देखने को मिलती है। जिस तरह से महाराष्ट्र में सिद्धिविनायक मंदिर प्रसिद्ध है इस तरह से दगड़ू सेठ गणपति का मंदिर भी दुनिया भर में पहचाना जाता है। यह महाराष्ट्र का दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। चलिए आज इसके बारे में जानते हैं।
कब हुआ दगड़ू सेठ मंदिर का निर्माण (Pune Dagdu Seth Temple Information Hindi)
इस मंदिर का निर्माण दगड़ू सेठ नामक हलवाई ने करवाया था और तभी से इस मंदिर को इस नाम से पहचाना जाता है। बताया जाता है कि हवाई कोलकाता से पुणे में पत्नी और बेटे के साथ मिठाइयों का काम करने आए थे। उस समय प्लेग की बीमारी फैली हुई थी जिसके चलते हलवाई ने अपने बेटे को खो दिया था। इससे उन्हें बहुत दुख पहुंचा लेकिन वह चाहते थे कि किसी भी तरह से उनके बेटे की आत्मा को शांति मिले। जब उन्होंने एक पंडित से पूछा तो पंडित जी ने उन्हें भगवान गणेश का मंदिर बनवाने की सलाह दी। इसके बाद 1893 में दगडूसेठ हलवाई ने भव्य गणपति मंदिर का निर्माण करवाया। कहा जाता है इसी मंदिर से लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने गणेश उत्सव की शुरुआत की थी।
खास है दगड़ू सेठ मंदिर की मूर्ति
इस मंदिर में 8 किलो सोने के उपयोग से भगवान गणेश की 7.5 फीट ऊंची और 4 फीट चौड़ी प्रतिमा विराजित की गई है। प्रतिमा में गणपति जी के दोनों कान सोने के हैं। 9 किलो से ज्यादा वजन का मुकुट बनाया गया है और गणपति जी को सोने की ज्वेलरी से भी सजाया गया है।
मंदिर में दर्शन और आरती का टाइम (Pune Dagdu Seth Temple Darshan & Aarti Timing)
सुबह 5:00 बजे से रात 10:30 बजे तक (सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार)
मंगलवार का समय – सुबह 5:00 बजे से रात 11:00 बजे तक
सुप्रभातम आरती - प्रातः 07:30 बजे से प्रातः 07:45 बजे तक
नैवेद्यम- दोपहर 01:30 बजे से 01:45 बजे तक
मध्याह्न आरती - दोपहर 03:00 बजे से 03:15 बजे तक
महामंगल आरती – सायं 08:00 बजे से 09:00 बजे तक
शेजर्ती - रात 10:30 बजे से रात 10:45 बजे तक