Guntur Famous Tourist Places: भारत ही नहीं विदेशों में भी हैं लोग यहां के ‘मिर्चों' के कद्रदान, पर्यटन के लिहाज से भी है बेहतरीन जगह
Guntur Famous Tourist Places: क्या आप जानते हैं कि भारत के गुंटूर अपने मसालों के लिए दुनियाभर में काफी मशहूर है साथ ही यहाँ कई प्रसिद्ध जगहें हैं जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहती हैं।;
Guntur Famous Tourist Places: गुंटूर आंध्र प्रदेश का एक छिपा हुआ रत्न है। अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और जीवंत इतिहास के साथ यह शहर पर्यटकों को आकर्षित करता है। कही खूबियों के बावजूद यह कम लोकप्रिय जगह अपनी परंपरा, आधुनिकता और प्राकृतिक सुंदरता के अनूठे मिश्रण के लिए अपने आप में खास महत्व रखती है। भारत में मौजूद सभी शहरों की अपनी विशेषता है, जिस वजह से यह शहर देश के साथ- साथ विश्व में भी अपनी पहचान रखते हैं। इसी प्रकार अपने सांस्कृतिक आकर्षण से परे, गुंटूर में प्राकृतिक सुंदरता है जो आत्मा को मोहित कर देती है। सुरम्य कृष्णा नदी शहर के बीच से बहती है, जो सुंदर दृश्य और विश्राम के लिए शांत स्थान के तौर पर जानी जाती है। आसपास के ग्रामीण इलाकों की हरियाली शहरी जीवन की हलचल से सुकून प्रदान करती है, जो यात्रियों को प्रकृति की गोद में डूबने के लिए आमंत्रित करती है।
विदेशों में होती है जमकर मांग
शहरों को खास बनाने में न सिर्फ वहां का खान-पान और वेशभूषआ शामिल है, बल्कि वहां मिलने वाले उत्पाद भी उन्हें अपनी पहचान बनाने में मदद करते हैं। इस कड़ी में कुछ शहरों को उनके उत्पादों की वजह से उन्हें उनके उपनामों से भी जाना जाता है। इसी कड़ी में गुंटूर का भी नाम शामिल है। भारत शुरू से ही मसालों का गढ़ रहा है। यही वजह है कि ब्रिटिश काल से ही मसालों की मांग विश्व में फैलनी लगी थी। अंग्रेज भी मसालों के व्यापार के लिए भारत का रूख करते थे। गुंटूर जिला भारत से श्रीलंका, बांग्लादेश, मध्य पूर्व, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और अमेरिका और लैटिन अमेरिका जैसे देशों में मिर्च और मिर्च पाउडर की अधिकांश किस्मों का मुख्य उत्पादक और निर्यातक है। यह एशिया का नंबर 1 लाल मिर्च केंद्र है। गुंटूर जिले में सबसे अधिक और कई किस्मों में मिर्चों की खेती की जाती है और यहां मिलने वाली मिर्चों की पूरी दुनिया में डिमांड बनी रहती है। भारत आज दुनिया में मिर्च का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है। मिर्च की लगभग दो दर्जन किस्में यहां उगाई जाती हैं।40 फीसदी मिर्च का उत्पादन अकेले आंध्र प्रदेश में होता है। 2020-21 में अकेले आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले से लगभग 8,430 करोड़ रुपये की मिर्च का निर्यात हुआ, जो भारत के कुल निर्यात का आधे से ज्यादा था। अब प्रदेश के सभी जिलों में गुंटूर की मिर्च उगाई जाती है। अगर कोई तीखापन बर्दाश्त कर सकता है तो यहां उगाई जाने वाली मिर्च खाने वाले को बेहतरीन स्वाद देती है। दरअसल, इसमें कैप्साइसिन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जिससे गुंटूर मिर्च का रंग बेहद लाल हो जाता है। गुंटूर मिर्च बेहद तीखी होती है।
क्या है गुंटूर का इतिहास
गुंटूर का इतिहास सदियों पुराना है, जो यहां प्रमाण के तौर पर मौजूद असंख्य वास्तुशिल्प चमत्कारों और सांस्कृतिक स्थल इस जगह के ऐतिहासिक महत्व की कहानी को बया करते हैं। यह शहर परंपराओं से भरा हुआ है, जहाँ हर स्मारक और कलाकृति बीते युगों के प्रतीक हैं। अमरावती के प्राचीन खंडहरों से लेकर राजसी कोंडावीदु किले तक, गुंटूर इस क्षेत्र के शानदार अतीत की झलक पेश करता है।गुंटूर की स्थापना फ्रांसिसी शासकों ने आठवी शताब्दी में की थी। यहां अगली 10 शताब्दियों तक फ्रांसिसी शासकों का ही राज रहा। इसके बाद 1788 में इसका ब्रिटिश साम्राज्य में विलय हो गया था।
भारत की मसाला राजधानी के नाम पर है लोकप्रिय
शहरों को खास बनाने में न सिर्फ वहां का खान-पान और वेशभूषा शामिल है, बल्कि वहां मिलने वाले उत्पाद भी उन्हें अपनी पहचान बनाने में मदद करते हैं। इस कड़ी में कुछ शहरों को उनके उत्पादों की वजह से उन्हें उनके उपनामों से भी जाना जाता है।
भारत की “मसाला राजधानी“ के रूप में प्रसिद्ध गुंटूर देश के पाक परिदृश्य में एक विशेष स्थान रखता है। इसकी उपजाऊ मिट्टी और अनुकूल जलवायु इसे विभिन्न प्रकार के मसालों की खेती के लिए एक आदर्श केंद्र बनाती है, जिसमें विश्व प्रसिद्ध गुंटूर मिर्च भी शामिल है।
कौन-सी मिर्चें हैं मशहूर
- यहां मिलने वाली कई मिर्चें मशहूर हैं, जिसमें 334 मिर्च एक प्रिमियम गुणवत्ता वाली मिर्च है, जिसका निर्यात किया जाता है। इसके अलावा तेजा मिर्च भी यहां की खास मिर्चों में शामिल है।
- वहीं, गुंटूर सननम यहां मिलने वाली सबसे प्रमुख मिर्च है, जिसकी खेती दिसंबर से मई तक होती है। दुनियाभर में इस मिर्च की सबसे अधिक मांग रहती है।
- यह मिर्च गुंटूर के अलावा खम्मम और वारंगल में भी उगाई जाती है। इसके अलावा फटकी, अंकुर, मधुबाला, इंडो-5, रोशनी और बेदकी मिर्च भी खास है।
- सबसे अच्छी क्वालिटी की मिर्च गुंटूर से आती है! गुंटूर लाल मिर्च बाजार वह जगह है जहाँ आप थोक दरों पर सबसे अच्छी क्वालिटी की मिर्च खरीद सकते हैं। इस औद्योगिक क्षेत्र से कई उत्पाद और सामान आते हैं जिनमें निर्यात गुणवत्ता वाले तम्बाकू, कपास, धान और दालें शामिल हैं।
गुंटूर में घूमने वाले स्थल
गुंटूर की सांस्कृतिक विरासत जितनी समृद्ध है उतनी ही विविधतापूर्ण भी है। शहर में साल भर कई त्यौहार और कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जो इसकी धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाते हैं। संक्रांति और उगादि के रंगारंग समारोहों से लेकर मुहर्रम के पवित्र उत्सव तक, गुंटूर उत्सव की भावना से भरा हुआ है, जो हर वर्ग के लोगों का स्वागत करता है।जिले में बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं। इनमें मंगलगिरी, पोन्नुर, पेडकाकानी के मंदिर प्रमुख हैं। मंगलगिरी के पास उंडावल्ली गुफाएँ और फिरंगीपुरम के पास कोंडावीदु किला भी ऐतिहासिक महत्व रखते हैं। गुंटूर आंध्र प्रदेश के पास एक शहर अमरावती, बौद्ध इतिहास और संस्कृति में रुचि रखने वालों के लिए एक पुरातात्विक खजाना है। अमरावती स्तूप, एक विशाल स्तूप जो कभी यहाँ खड़ा था, प्राचीन भारत में सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध स्मारकों में से एक था। हालाँकि मूल स्तूप अब बरकरार नहीं है, अमरावती पुरातत्व संग्रहालय में मूर्तियों, अवशेषों और कलाकृतियों का एक अविश्वसनीय संग्रह प्रदर्शित है, जो भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
इसके अलावा गुंटूर आंध्र प्रदेश में कई प्राचीन चट्टान-कट गुफाएँ हैं, और इतिहास के शौकीनों के लिए उंडावल्ली गुफाएँ ज़रूर देखने लायक हैं। चौथी से पाँचवीं शताब्दी की ये गुफाएँ अपनी प्रभावशाली चट्टान-कट वास्तुकला के लिए जानी जाती हैं। यहाँ की खासियतों में हिंदू देवी-देवताओं की जटिल नक्काशीदार मूर्तियाँ और भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों की आश्चर्यजनक अखंड मूर्तियाँ शामिल हैं। गुफाएँ कृष्णा नदी और आसपास के परिदृश्य के लुभावने दृश्य भी प्रस्तुत करती हैं।
गुंटूर के मसालेदार और स्वादिष्ट व्यंजन
आंध्र प्रदेश का भोजन अपने मसालेदार और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है। गुंटूर आंध्र प्रदेश में आपको स्थानीय भोजन का लुत्फ़ उठाना चाहिए।
जिनमें से कुछ ये हैं खास व्यंजन
गोंगुरा अचार
देशी गोंगुरा पत्तियों से बना एक तीखा और मसालेदार अचार है।
गुंटूर चिकन
एक मसालेदार चिकन करी जो शहर के तीखे स्वाद के शौकीनों की पहली पसंद है।
आंध्र बिरयानी
सुगंधित मसालों और लंबे दाने वाले चावल से तैयार एक अनोखी, स्वादिष्ट बिरयानी यहां का लोकप्रिय भोजन है।
पेसरहू
एक कुरकुरा, हरे चने का डोसा जिसे नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है।
मीरापकाया बज्जी
गहरे तले हुए हरी मिर्च से भरे पकौड़े, चटपटे तीखे स्वाद के शौकीन लोगों के लिए एक मसालेदार व्यंजन है।