Haunted Places In Lucknow: लखनऊ की इन जगहों पर गलती से भी रात में न जाएं, क्योंकि भूतों से हो सकता है सामना
Haunted Places In Lucknow: अगर आपको लखनऊ की भूतिया जगहों के बारे में नहीं पता हैं, तो ये खबर जरूर पढ़ लें। क्योंकि इन जगहों पर जाने-अनजाने में भी जाना आपके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है।
Haunted Places In Lucknow: लखनऊ अपनी 'शानो-शौकत', 'तमीज़' और तहज़ीब के लिए मशहूर है। लेकिन लखनऊ की कुछ जगहें बहुत ही डरावनी है, जहां किसी की जाने की हिम्मत नहीं होती है। यहां की भूत-प्रेत की कहानियाँ सिर्फ कहानी ही नहीं हैं, बल्कि लोगों ने खुद इन जगहों पर पैरानॉर्मल एक्टीविटीज को महसूस किया है। ऐसे में अगर आपको लखनऊ की भूतिया जगहों के बारे में नहीं पता हैं, तो ये खबर जरूर पढ़ लें। क्योंकि इन जगहों पर जाने-अनजाने में भी जाना आपके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है।
लखनऊ की भूतिया जगहें
बलरामपुर अस्पताल
Balrampur Hospital
ऐसा बताया जाता है कि बलरामपुर अस्पताल एक कब्रिस्तान पर बना है। यहां के लोग पैरानॉर्मल एक्टीविटीज को देखने का दावा करते हैं। यहां के मरीजों ने रात में अचानक रोने, कदमों की आहट या अपने कमरे के दरवाजे पर आने की दस्तक सुनी हैं, लेकिन वहां कोई नहीं होता है। यहां की एक कहानी ये भी है कि एक दिन रात में किसी मरीज का इमरजेंसी में ऑपरेशन करना था, लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं थे। तभी नर्स डॉक्टर को बुलाने के लिए गई। फिर जब नर्स और डॉक्टर वापस आए, तब तक उस मरीज का ऑपरेशन हो चुका था।
बेगम कोठी
Begum Kothi
कहा जाता है कि लखनऊ में बेगम कोठी स्मारक स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 600-700 स्वतंत्रता सेनानियों की मौत का गवाह है।। इन स्वतंत्रता सेनानियों की बेचैन आत्माएं आज भी बेगम कोठी के परिसर में वास करती हैं। इस ऐतिहासिक स्मारक में कई लोगों ने असामान्य आवाजों और आहट महसूस होती है।
ओईएल हाउस
OEL House
OEL हाउस वाजिद अली शाह का औपचारिक निवास था। ऐसा माना जाता है कि भारतीयों द्वारा यहां कई ब्रिटिश सैनिकों को मार दिया गया था और मारे गए लोगों के शवों को यहां के कुएं में फेंक दिया गया था। तब से मृत सैनिकों के भूत ओईएल हाउस के परिसर में मंडराते रहते हैं। एक कहानी के अनुसार, कुलपति के बेटे की मृत्यु की अजीब घटनाओं के कारण कुएं को बंद कर दिया गया था।
बड़ा इमामबाड़ा
Bada Imambara
आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि यह प्रसिद्ध स्मारक बड़ा इमामबाड़ा भी अलौकिक शक्तियों के वश में है। ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी बिना गाइड के इस जगह का पता लगाने की कोशिश करता है, वह इमारत में खो जाता है। जब बड़ा इमामबाड़ा निर्माणाधीन था, तो शहर में एक बड़ा अकाल पड़ा जिससे कई लोगों की जान चली गई। इमामबाड़ा के परिसर में बने 'तहखाना' का इस्तेमाल अंग्रेजों ने भारतीयों को बंद करने के लिए किया था।
सिकंदरा बाग
Sikandra Bagh
यह जगह भूतिया क्यों है, इसके पीछे की कहानी सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। इसके बारे में पुराने जानकारों का कहना है कि यहां करीब 2300 भारतीयों को 72 ब्रिटिश सैनिकों ने मार डाला था। इसके बाद अंग्रेजों ने शोक संतप्त परिवारों को मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया था। सिकंदरा बाग में वीर भारतीयों के शवों को खुले में सड़ने के लिए छोड़ दिया गया। गिद्ध लाशों को नोंच-नोंचकर खाते थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां मुर्दों की आत्माएं घूमती हैं और रात में खौफनाक आवाजें सुनाई देती हैं।
रेलवे क्वार्टर
Railway Quarters
रेलवे क्वार्टर का एक घर बिल टर्नर को आवंटित किया गया था। जो अवध रोहिलखंड रेलवे के मुख्य अभियंता थे। उन्होंने एक खूबसूरत युवती से खुशी-खुशी शादी कर ली। हालाँकि, जब उसे पता चला कि उसकी पत्नी का विवाहेतर संबंध है, तो उसने दोनों प्रेमियों और बाद में खुद को उसी घर में मार डाला। यहां के लोगों का कहना है कि रेलवे क्वार्टर में आज भी टर्नर की आत्मा का साया है। स्थानीय लोगों ने एक लंबे गोरे आदमी को क्वार्टर में घूमते देखा है और घर से अजीब सी आवाजें सुनाई देती हैं।
निराला नगर
Nirala Nagar
लखनऊ का निराला नगर इलाका प्रेतवाधित माना जाता है। निराला नगर में निर्मला कॉलोनी श्मशान घाट पर 1960 में बनी थी। यहां रहने वाले लोगों ने डरावनी आवाजें और भूत दिखाई दिए हैं।रात में बच्चों के रोने की आवाज सुनी है। यह भी माना जाता है कि यहां की आत्माएं यहां रहने वाले लोगों के जीवन को परेशान करती हैं।
इन जगहों पर रात के समय में अकेले जाने की कोशिश बिल्कुल न करें।