Kushinagar Famous Places: कुशीनगर जाएं तो जरूर घूमें यहां, इनका है ऐतिहासिक महत्व
Kushinagar Tourist Places: आज हम आपको कुशीनगर के टॉप 10 पर्यटन स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं। जो देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी फेमस हैं।
Famous Tourist Place In Kushinagar: उत्तर प्रदेश का कुशीनगर जिला एक ऐतिहासिक और अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल है। यह जिला पर्यटकों के बीच काफी मशहूर है, इसकी एक सबसे बड़ी वजह यह है कि यहां पर महात्मा बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। यहां पर कई सुंदर बौद्ध मंदिर हैं, जहां पर विश्व भर के बौद्ध तीर्थयात्री भ्रमण करने के लिए आते हैं। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, कुशीनगर त्रेता युग में भी आबाद रहा है और यह भगवान श्रीराम के पुत्र कुश की राजधानी थी, इस वजह से इस स्थान को पहले कुशावती के नाम से जाना जाता था।
इसके बाद यह स्थान मल्ल राजाओं की भी राजधानी रही, उस दौरान कुशीनगर को 'कुशीनारा' के नाम से जाना जाता था। भगवान बुद्ध का कुशीनगर में ईसापूर्व पांचवी शताब्दी के अन्त तक या छठी शताब्दी की शुरूआत में आगमन हुआ और यहीं पर अपना अंतिम उपदेश देने के बाद उन्होंने महापरिनिर्वाण को प्राप्त किया। ऐसे में इस स्थान का ऐतिहासिक रूप से काफी महत्व है।
कुशीनगर में घूमने की जगह (Tourist Place In Kushinagar)
बता दें कुशीनगर में कई सारे पर्यटन स्थल हैं, जहां पर हर साल काफी भीड़ होती है। स्थानीय से लेकर देश-विदेश से लोग इन पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने आते हैं। आज हम आपको कुशीनगर के टॉप 10 पर्यटन स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं इन जगहों के बारे में-
1- निर्वाण स्तूप (Nirvana Stupa)
निर्वाण स्तूप को निर्वाण चैत्य (Nirvana Chaitya) के नाम से भी जाना जाता है, जो कि महापरिनिर्वाण मंदिर (Mahaparinirvana Temple) के पीछे स्थित है। दोनों मंदिर और 2.74 मीटर ऊंचा स्तूप 15.81 मीटर की ऊंचाई वाले स्तूप के साथ बनाया किया गया है। इस स्थान की खुदाई से एक तांबे की नाव मिली थी। इस स्मारक को गौतम बुद्ध का घर माना जाता है।
2- महापरिनिर्वाण मंदिर (Mahaparinirvana Temple)
महापरिनिर्वाण मंदिर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बौद्ध धर्म के अनुयाइयों के लिए सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में भगवान बुद्ध की लेटी हुई मूर्ति है, जिसकी लंबानी 6.10 मीटर है। कहा जाता है कि यह मूर्ति की उस अवस्था में है, जब भगवान बुद्ध ने 80 वर्ष की आयु में अपने नश्वर अवशेषों को छोड़ मोक्ष की अवस्था प्राप्त की। मंदिर के चारों ओर फैली हरियाली और शांति पर्यटकों को आकर्षित करती है।
3- रामभर स्तूप (Ramabhar Stupa)
रामभर स्तूप को प्राचीन बौद्ध धर्मग्रंथों में मुक्तिबंधन चैत्य या मुक्त-बंधन विहार भी कहा जाता है। रामभर स्तूप निर्वाण मंदिर (Nirvana Temple) के दक्षिण-पूर्व में लगभग 1.5 किमी की दूरी पर स्थित है। यह स्तूप दुनिया भर के बौद्ध तीर्थयात्रियों के लिए एक पूज्यनीय स्थल है। इतिहासकारों का मानना है कि इसी स्थान पर भगवान बुद्ध का अंतिम संस्कार किया गया था।
4- वाट थाई मंदिर (Wat Thai Temple)
कुशीनगर में स्थित वाट थाई मंदिर भगवान बुद्ध को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला ठेठ थाई है और भारतीय शैली से बिल्कुल अलग है। इस मंदिर के ना से ही पता चलता है कि इसकी वास्तुकला विशिष्ट चीनी होगी। यह स्थान भी पर्यटकों के बीच काफी फेमस है।
5- इंडो-जापान-श्रीलंका मंदिर (Indo-Japan-Srilanka Temple)
इंडो-जापान-श्रीलंका मंदिर में भगवान बौद्ध की अष्टधातु की मूर्ति (Ashta Dhatu Idol) स्थापित है। यह मूर्ति एक अनूठे, चमकदार और कांच के भव्य परिपत्र में रखी गई है। इस स्थल का वातावरण बेहद आध्यात्मिक है। यहां देश विदेश से श्रद्धालु आकर दर्शन करते हैं।
6- मठ कुअर श्राइन (Matha Kuar Shrine)
कुशीनगर में स्थित मठ कुअर श्राइन (Matha Kuar Shrine) परिनिर्वाण स्तूप और महापरिनिर्वाण मंदिर से लगभग 400 गज की दूरी पर स्थित है। यहां पर 3.05 मीटर ऊंची मूर्ति है, जिसे बिहार के गया से लाया गया था। यह एक बड़े ईंट प्लेटफॉर्म पर स्थापित है। माना जाता है कि बुद्ध ने अपना अंतिम उपदेश यहीं दिया था।
7- चाइनीज मंदिर (Chinese Temple)
चाइनीज मंदिर को लिन सुन चाइनीज मंदिर (Lin Sun Chinese Temple) भी कहा जाता है जो कि कुशीनगर के आधुनिक मंदिरों में से एक है। यह मंदिर बर्मा मंदिर के आगे उत्तर में स्थित है। यह पहला बौद्ध स्मारक है जो शहर के द्वार में प्रवेश करते ही पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। चाइनीज मंदिर में चीनी और वियतनामी वास्तुशिल्प डिजाइनों का मिश्रण देखने को मिलता है। इस मंदिर में कमल के तालाब भी हैं।
8- बुद्ध संग्रहालय (Buddha Museum)
अगर आप इतिहास में रुचि रखते हैं तो फिर आप कुशीनगर के बुद्ध संग्रहालय विजिट कर सकते हैं। कुशीनगर संग्रहालय 1992-1993 में बनाया गया था। यहां भगवान बुद्ध से संबंधित कई चीजों का दर्शाया गया है। यह संग्रहालय महापरिनिर्वाण मंदिर से लगभग आधा किलोमीटर की दूरी और Kasia Bus Stand से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
9- मेडिटेशन पार्क (Meditation Park)
कुशीनगर के मेडिटेशन पार्क को जापानी मेडिटेशन पार्क (Japanese Meditation Park) भी कहा जाता है, जिसे 1992-1993 में 68 लाख रुपये की लागत से भारत-जापानी प्रोजेक्ट के एक भाग के रूप में बनाया गया था।
10- सूर्य मंदिर (Sun Temple)
यह मंदिर भी कुशीनगर के पर्यटक स्थलों में से एक है। यह मंदिर मूल रूप से गुप्त काल के दौरान बनवाया गया था। हालांकि, इस मंदिर का कई बार जीर्णोद्धार हो चुका है। इस प्रतिमा का निर्माण नीलम धातु से किया गया है। हर साल नवंबर में यहां सूर्य महोत्सव का आयोजन भी होता है। जन्माष्टमी में इस दिन में खासा भीड़ देखने को मिलती है।
कुशीनगर कैसे पहुंचे?
अगर आप कुशीनगर जाने का प्लान बना रहे हैं तो यहां तक का सफर एयर, रेल और सड़क मार्ग द्वारा आसानी से किया जा सकता है।
कुशीनगर जाने का सबसे अच्छा समय
कुशीनगर भ्रमण करने का सबसे अच्छा मौसम नवंबर से मार्च के बीच माना जाता है।