Gomti Nagar Railway Station: लखनऊ का नया रेलवे स्टेशन, देखें चारबाग से कितना अलग

Gomti Nagar Railway Station: गोमती नगर स्टेशन के जीर्णोधार के बाद क्या- क्या सुविधाएं तैयार हुई है? कितने प्लेटफार्म बने है? यह स्टेशन चारबाग से कितना अलग है? यह सभी चीजे है आपको यहां बताने वाले है...

Written By :  Yachana Jaiswal
Update: 2024-02-26 07:36 GMT

Gomti Nagar Railway Station Redevelopment (Pic Credit-Social Media)

Gomti Nagar Railway Station: गोमती नगर रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का काम पूरा हो चुका है। अब लखनऊ का गोमती नगर स्टेशन नए तर्ज पर बनकर तैयार हैं। इस स्टेशन में जाते वक्त आपको एयरपोर्ट में आने जैसा अनुभव होगा। स्टेशन के अंदर आने और बाहर निकलने के लिए अलग रास्ते बनाए गए है। एक तरफ जहां लखनऊ का चारबाग रेलवे स्टेशन अपने अवध कला और संस्कृति की विरासत है, तो वहीं दूसरी ओर यह गोमती नगर स्टेशन आधुनिक सुविधाओं के साथ लखनऊ का गौरव होगा। सोमवार को गोमती नगर स्टेशन के उद्घाटन के साथ प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी अमृत भारत योजना के तहत 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखने के लिए तैयार है। जिसके तहत स्टेशन पर विभिन्न प्रकार के काम किए जायेंगे, जिसमे रूफटॉप प्लाजा और सिटी सेंटरों द्वारा सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। यह योजना 2000 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर आयोजित किया जाएगा। गोमती नगर स्टेशन के जीर्णोधार के बाद क्या- क्या सुविधाएं तैयार हुई है? कितने प्लेटफार्म बने है? यह स्टेशन चारबाग से कितना अलग है? यह सभी चीजे है आपको यहां बताने वाले है...

गोमती नगर स्टेशन का नवीनीकरण 

गोमती नगर रेलवे स्टेशन लखनऊ का चारबाग के बाद दूसरा स्टेशन है, जिसका नवीनीकरण के जरिए कायाकल्प किया गया हैं। इस स्टेशन को अब विश्वस्तरीय बताया जा रहा है। 10 एकड़ भूमि में फैले इस स्टेशन के कायाकल्प में लगभग 350 करोड़ रुपए खर्च किए गए है। जिसकी खुबसूरती को चारबाग से कई ज्यादा सराहा जा रहा है। गोमती नगर स्टेशन को इकोफ्रेंडली बनाया गया है। यहां अलग- अलग आगमन और प्रस्थान सुविधा, एयर कंडीशन, ऊपरी बेसमेंट में पर्याप्त पार्किंग स्थान के साथ भविष्य की भीड़ को देखते हुए आधुनिक सुविधाएं तैयार को गई है।



चारबाग से कितना अलग है नया स्टेशन

चारबाग रेलवे स्टेशन जहां लखनऊ के अवधी संकृति, राजपूत और मुगल वास्तुकला का समावेश देखने को मिलता है, वहीं दूसरी ओर गोमती नगर स्टेशन आधुनिकता का गौरव होगा, जो भोपाल के रानी कमालपति स्टेशन से भी भव्य आधुनिकता वाला बन रहा है। चारबाग में जहां 9 मुख्य रेल प्लेटफॉर्म के साथ छोटी लाइन स्टेशन भी 6 प्लेटफॉर्म से सुसज्जित है। वहीं गोमती नगर रेलवे स्टेशन में आधा दर्जन प्लेटफार्म के साथ तैयार किया गया है। एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधा चारबाग के कुछ प्लेटफॉर्म पर है तो वहीं गोमती नगर में हर जगह आपको लिफ्ट और एस्केलेटर को सुविधा मिलेगी। एक बेहतर फूड कोर्ट और एयर कंडीशनिंग वेटिंग रूम और रिटायर रूम के साथ कई सुविधाओं से युक्त है। हालांकि गोमती नगर स्टेशन का पुनर्निर्माण चारबाग से लोगों को बाटने और भीड़ को कम करने के उद्देश से ही किया गया है।



अंदर क्या–क्या है?

गोमती नगर रेलवे स्टेशन की बनावट देखकर आपको हवाई अड्डे पर आने जैसा अनुभव होगा। यहां आगमन के लिए ओवर ब्रिज के माध्यम से रास्ता दिया गया है। वहीं प्रस्थान के लिए भूतल मैं रास्ता है। गोमती नगर स्टेशन के अंदर 6 प्लेटफॉर्म बनाए गए है, साथ ही स्टेशन के अंदर 177 दुकानें भी बनाई गई है। बैठकर आराम से खाने के लिए फूड कोर्ट की भी सुविधा तैयार की गई है। स्टेशन के उत्तरी टर्मिनल में शीशे को दीवार वाला एक बड़ा प्रतिक्षालय और मॉल जैसे सनरूफ वाला एक बड़ा फूड प्लाजा है। जहां से विभूतिखंड के बड़े बड़े इमारतों को आसानी से देखा जा सकता है। स्टेशन के अंदर 26 लिफ्ट और 21 एस्केलेटर के साथ सीढ़िया भी मौजूद हैं। वहीं सुरक्षा के उद्देश्य से मेटल डिटेक्टर, बैग स्कैनर और विशेष रूप से दिव्यांगजन के लिए भी खास सुविधा उपलब्ध हैं। पूरे स्टेशन में लगभग 250 से 300 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है।



चलेंगी कई राज्यों के लिए ट्रेनें 

उन्नत गोमती नगर रेलवे स्टेशन का उद्देश्य चारबाग पर होने वाली लोगों की भीड़ को कम करना है। जिससे यात्रियों को भीड़ से राहत मिल सके।डीआरएम का कहना है कि लखनऊ के गोमती नगर रेलवे स्टेशन से जगन्नाथपुरी और वैष्णो देवी के लिए भी ट्रेनों का संचालन शुरू किया जायेगा। यही नहीं लखनऊ से देहरादून के लिए भी ट्रेन यहां से चलनी शुरू होगी। इसके अतिरिक्त बिहार, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, दिल्ली और मुंबई समेत कई राज्यों के लिए यहां से ट्रेनें चलाने की तैयारी है।



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