Meerut Nauchandi Mela: रामायणकालीन मेले में मुस्लिम महिलाएं भी आतीं हैं मन्नत मांगने, आज से लगने जा रहा है ये ऐतिहासिक मेला

Meerut Nauchandi Mela Start Date: मेरठ में 27 जून से प्रसिद्ध नौचण्डी देवी मंदिर में नौचंदी मेला लगने जा रहा है जिसमे कई मुस्लिम महिलाएं भी मंदिर में मन्नत मांगने आतीं रहीं हैं।

Newstrack :  Network
Update:2024-06-27 12:16 IST

Meerut Nauchandi Mela (Image Credit-Social Media)

Meerut Nauchandi Mela 2024: 27 जून से प्रसिद्ध नौचंदी मेला शुरू होने जा रहा है जिसका ऐतिहासिक महत्त्व भी है। इस साल इस मेले में सबसे ज़्यादा जिसपर लोगों की नज़र होगी वो हैं अंतर्राष्ट्रीय झूले। ये मेला उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध शहर मेरठ में लगता है। इन झूलों से आप चाहकर भी अपनी नज़रें नहीं हटा पायेंगें। इस मेले की एक और खासियत ये है कि यूँ तो ये मेला प्रसिद्ध माता नौचण्डी देवी मंदिर के लिए लगाया जाता है और इसी लिए ये प्रसिद्ध भी है लेकिन यहाँ हर धर्म के लोग आते हैं।

इस मेले में मुस्लिम महिलाएं भी माता के दर्शन करती हैं और उनसे आशीर्वाद मांगने आतीं हैं। आपको बता दें कि नौचंदी मेला पूरे एक महीने चलेगा। वहीँ 22 जून से कांवड़ यात्रा भी शुरू हो चुकी है वहीँ सुरक्षा की दृष्टि से सभी इंतज़ाम पूरे किये जा चुके हैं। वहीँ इस पुरे मेले पर हर ात्रः की गतिविधि पर प्रशासन की पैनी नज़र बनी रहेगी जिसके लिए पूरे मेला परिसर में सीसीटीवी को लगा दिया गया है।

वहीँ आपको बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार इस साल ये मेला इसलिए भी देर से शुरू किया जा रहा है क्योंकि लोकसभा चुनाव तक इसे रोक दिया गया था। वहीँ मेले में हर तरह की सुविधा मौजूद रहेगी और इसे पूरी तरह से व्यवस्तिथ किया जा चुका है। वहीँ मेला परिसर इंटरलॉकिंग से लैस होगा। वहीँ ग्रीन बेल्ट को भी नौचंदी मेला परिसर में डेवलेप किया गया है जिससे बारिश की स्थिति में मेले में किसी तरह की कोई परेशानी न आये। गर्मी और उमस को ध्यान में रखते हुए पीने के पानी के लिए जगह-जगह काउंटर लगे हुए हैं। वहीँ पब्लिक टॉयलेट की संख्या को पहले से ज़्यादा कर दिया गया है। यहाँ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगें। मेला स्वच्छता को लेकर काफी पुख्ता इंतेज़ाम कर रहा है जिसमे जगह-जगह पर डस्टबिन रखें गए हैं। वहीँ मेले में पार्किंग की भी ख़ास व्यवस्था है।

आपको बता दें कि नौचंडी मेला मेरठ में अपना ऐतिहासिक महत्व रखता है जो सैकड़ों सालों से लगता आ रहा है। माता नौचण्डी देवी के नाम से ये मेला हर साल लगता है। ऐसी भी मान्यता है कि ये मेला रामायणकालीन है जिसे एकता की मिसाल के रूप में जाना जाता है। दरअसल नौचण्डी देवी मंदिर के ठीक सामने बाले मियां की मज़ार है। जो भी कोई माता नौचण्डी के दर्शन करने आता है वो बाले मियां की मज़ार पर भी जाता है। ऐसे ही जो लोग बाले मियां की मज़ार पर जाते हैं वो माता नौचण्डी देवी के दरबार में भी दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर में मुस्लिम महिलाएं भी अपनी मन्नत मांगती हैं।

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