Lakshadweep Tourism: लक्षद्वीप के नीले समंदर की सैर

Lakshadweep Tourism:अपनी प्राकृतिक सुंदरता के खूबसूरत बीच के सामने समुद्र का नीला पानी और हरे भरे पेड़ के कारण भी यह जगह दुनियाभर में काफी मशहूर है।

Written By :  Sarojini Sriharsha
Update:2024-01-17 12:16 IST

Lakshadweep Tourism   (photo: social media )

Lakshadweep Tourism: आज कल लक्षद्वीप प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बाद दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप एक बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल है। मलयालम और संस्कृत में लक्षद्वीप के नाम का मतलब ‘एक लाख द्वीप’ है। भारत के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित लक्षद्वीप में 32 द्वीपों के क्षेत्र में 36 द्वीप हैं। अरब सागर में यह प्रदेश भारत देश से लगभग 300 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अपनी प्राकृतिक सुंदरता के खूबसूरत बीच के सामने समुद्र का नीला पानी और हरे भरे पेड़ के कारण भी यह जगह दुनियाभर में काफी मशहूर है। मालदीव से सुंदर भारत के 'लक्षद्वीप', को महज 5 गुना कम कीमत में घूमा जा सकता है।

लक्षद्वीप का पूरा भाग रेतीले समुद्र तट,विभिन्न प्रकार के वनस्पति और जीव पर्यटकों को अपनी ओर लुभाता है। यहां पर्यटक कई तरह के सी एडवेंचर का लुत्फ उठा सकते हैं जिनमें स्नॉर्कलिंग, स्कूबा डाइविंग आदि प्रमुख हैं। यहां आप सन बाथ का आनंद भी ले सकते हैं।

यहां पर कई आलीशान रिजॉर्ट और होटल हैं जिसकी बुकिंग आप ऑनलाइन कर सकते हैं । हनीमून या सोलो ट्रीप पर जाने वाले यात्रियों के लिए यह एक खास जगह है। यहां कई आकर्षक जगह हैं जिधर जाकर आप अपने यात्रा को रोमांचकारी और रोमांटिक बना सकते हैं। कुछ खास जगह जिधर आप घूम सकते हैं निम्नलिखित हैं :

अगत्ती द्वीप:-

अगत्ती द्वीप एक रोमांचकारी जगह है। यह द्वीप खासकर मूंगा भित्तियों की खूबसूरती के लिए मशहूर है। लक्षद्वीप के द्वीप समूह में, यह द्वीप 8 किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है और लगभग 8000 की आबादी वाला है। यह स्थान अपने साफ पानी, सफेद रेत, समुद्र तट से स्नॉर्कलिंग एक्टिविटी के लिए पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।


मिनिकॉय द्वीप:-

लक्षद्वीप के 36 छोटे द्वीपों में यह दूसरा सबसे बड़ा द्वीप है। यह द्वीप एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जिसे वहां के स्थानीय भाषा में मलिकू के नाम से भी जाना जाता है। यह द्वीप कोचीन समुद्री तट से लगभग 400 किमी दूरी पर है और यहां की मूंगे की चट्टानें , आकर्षित सफेद रेत और अरब सागर का सुंदर पानी देखते ही बनता है । यहां सैलानी लग्जरी रिजॉर्ट्स का आनंद ले सकते हैं।


बांगरम द्वीप:-

यह द्वीप समूह हिंद महासागर के साफ नीले पानी में मौजूद है और अपनी प्राचीन मूंगे की चट्टान और समुद्री तटों के लिए प्रसिद्ध है। इस द्वीप पर आप खूबसूरत मछलियों के साथ तैरने का आनंद ले सकते हैं। डॉल्फिन मछलियों के साथ- साथ सूर्योदय और सूर्यास्त का नज़ारा भी देख सकते हैं। वाटर स्पोर्ट्स और स्कूबा डाइविंग का लुत्फ भी उठा सकते हैं।


कावारत्ती द्वीप:-

कावारत्ती द्वीप समूह लक्षद्वीप की राजधानी है। यहां के लिए एक रत्न के समान है। कावारत्ती द्वीप कोच्चि तट से लगभग 360 किमी दूर है। यह अपने आकर्षित समुद्री तटों, सफेद रेत और खूबसूरत नजारों के लिए जाना जाता है। । यह द्वीप अपने 12 एटोल, पांच जलमग्न बैंक और तीन प्रवाल भित्तियों के लिए मशहूर है। यहां तट के किनारे नारियल के खूबसूरत पेड़ और वाटर स्पोर्ट्स पर्यटकों के आकर्षण का खास केंद्र रहते हैं।


कल्पेनी द्वीप :-

लक्षद्वीप में कल्पेनी द्वीप को कोइफैनी द्वीप के नाम से भी जाना जाता है। इस द्वीप की उत्पत्ति चेरियम, पिट्टी और तिलक्कम जैसे तीन द्वीपों को मिलाकर हुई है। इस द्वीप पर सैलानियों को रीफ वॉकिंग, स्कूबा डाइविंग, कयाकिंग, स्नोर्कलिंग, कैनोइंग और बोटिंग सहित कई वाटर स्पोर्ट्स का आनंद लेने का मौका मिलता है।


कदमत द्वीप:-

यह द्वीप लक्षद्वीप में नव दंपतियों के खास आकर्षण का केंद्र रहता है। लगभग 9 किमी के क्षेत्र में फैला यह द्वीप सफेद रेत, सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है। हजारों की संख्या में सैलानी इस द्वीप पर घूमने के लिए आते हैं और पैराग्लाइडिंग, स्कूबा डाइविंग, कयाकिंग और स्नोर्केलिंग जैसे वाटर गेम्स का आनंद लेते हैं।


अगाती:-

खूबसूरत लैगूनों में से यह एक लैगून है। इसी द्वीप पर लक्षद्वीप का हवाई अड्डा बनाया गया है। यहां विमान से लैंडिंग के दौरान एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है।यह अग्नि द्वीपों का आभासी प्रवेश द्वार भी है।


मरीन संग्रहालय :-

यह म्यूजियम लक्षद्वीप के कावारत्ती द्वीप स्थित है। इसमें समुद्र से जुड़ी कलाकृतियों के अलावा समुद्री मछलियों और पानी के जानवरों की कई प्रजातियों को देखा जा सकता है।


कैसे पहुंचें ?

लक्षद्वीप केवल जल और वायु मार्ग से ही पहुंचा जा सकता है। यह द्वीप भारत के पश्चिमी तट से लगभग 400 किमी दूर अरब सागर में स्थित है। लक्षद्वीप और कोचीन से यात्री जहाज के द्वारा यहां पहुंच सकते हैं। अगाती में इसका हवाई अड्डा है, जो कोच्चि हवाई अड्डे से जुड़ा है। कोचीन रेलवे या हवाई मार्ग से पहुंचकर लक्षद्वीप के लिए जल या हवाई मार्ग का चयन किया जा सकता है।

लक्षद्वीप द्वीपों का एक समूह है।यहां एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए नौका का उपयोग कर सकते हैं । हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी इस जगह का घूमने का आनंद लिया जा सकता है।अक्टूबर से मई तक मौसम अच्छा रहने के दौरान अग्ता नौकाओं से कवारत्ती और कदमत घूम सकते हैं।

एमवी अरब सागर, एमवी मिनिकॉय, एमवी लक्षद्वीप, एमवी अमिनीदिवी, एमवी भारत सीमा, एमवी द्वीप सेतु, एमवी कावारत्ती जैसे सात यात्री जहाज लक्षद्वीप और कोचीन के बीच संचालित होते हैं।

लक्षद्वीप घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई के बीच है। मई से सितंबर के दौरान यहां बारिश होती है और इस दौरान जहाज से जाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। वैसे यहां के होटल और रिजॉर्ट हमेशा खुले रहते हैं। अगर आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं तो लक्षद्वीप आपके लिए एक बेहतर विकल्प है।

(A Post Graduate in Mass Communication,,(Science and Technology) from Lucknow University who also holds a Bachelor's Degree in Law from Andhra University. A senior Correspondent working for Sahara Samay TV and a Radio anchor for All India Radio, Visakhapatnam. She has also published hundreds of articles in print and electronic media covering Tourism, Science, Career development as well as art and culture, over 23 years.)

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