बहराइच: आजकल जहां एक ओर मां-बाप को बच्चों से कई शिकायतें होती हैं। वहीं बच्चों की भी पेरेंट्स से कई कम्पलेन होती है। पेरेंट्स और बच्चों के इन्हीं रिश्तों के बीच एक मिसाल पेश की है लेडी पीसीएस ऑफिसर ज्योति सिंह ने। उन्होंने अपनी पहली सैलरी अपने माता-पिता को दी है। इसके साथ ही उन्होंने अपने मन की बात शेयर करते हुए फेसबुक वॉल पर अपने पेरेंट्स को थैंक्स भी कहा।
fb पर क्या पोस्ट किया ?
उन्होंने कहा, “थैंक्स मम्मी-पापा आपने मुझे शिक्षित किया, आपका धन्यवाद इसलिए भी कि आपने मेरे नाकामयाब होने पर मेरा प्रोत्साहन किया। मुझे अपना रास्ता खुद चुनने, आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने और आत्मनिर्भर बनने की आज़ादी दी। मैंने बहुत सोचा कि मैं अपनी फर्स्ट सैलरी का क्या करूं ? तो मैंने निर्णय लिया कि अपनी सारी सैलरी आपको भेज दूं''।
कौन है ज्योति सिंह?
बरयारपुर गांव की पहली महिला पीसीएस ऑफिसर चुने जाने के बाद ज्योति सिंह की पहली पोस्टिंग बहराइच जनपद में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के पद पर हुई है। ज्योति सिंह के पिता स्वामी नाथ सिंह मैनपुरी में अपर पुलिस अधीक्षक हैं और पिता की सरकारी नौकरी के कारण इन्हें अलग-अलग जगहों पर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ी।
क्या कहा पेरेंट्स ने?
मीडिया को दिए अपने पहले इंटरव्यू में ज्योति सिंह ने बताया, मेरे पिता जी ने कहा कि पैसे की कोई ज़रूरत नहीं अपने पास रखो लेकिन बेटी के इस काम से उनकी मां को काफी ख़ुशी हुई।
गर्ल्स एजुकेशन को प्रमोट करना चाहती हैं
ज्योति गर्ल्स एजुकेशन का प्रचार-प्रसार करना चाहती हैं। उनका मानना है कि लड़कियों के पास अपना करियर बनाने के लिए कम समय होता है। अगर जल्दी वह कामयाब नहीं हुईं तो घर-परिवार और रिश्तेदारों से शादी का दबाव पड़ने लगता है। जबकि लड़के जब सेटेल्ड हो जाते हैं तब उनकी शादी की बात चलती है। ज्योति सिंह चाहती हैं कि सभी माता-पिता अपनी बेटियों को शिक्षा का अवसर अवश्य दें।