मोदी ने कहा- मेरी कड़क चाय की तरह मेरा फैसला, बिगड़ गया अमीर के मुंह का जायका
लखनऊ: ‘इशारों-इशारों में वार करने वाले, बता तूने हुनर ये सीखा कहां से’ ये वो लाइनें हैं, जो आजकल देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पर बिल्कुल फिट बैठती हैं जी हां, जब से पीएम मोदी ने 500-1000 रुपयों के नोट पर बैन लगाकर काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक किया है, तब से विपक्षी पार्टियों में हलचल मच गई है
अचानक 500 और 1000 रुपयों के नोट बंद होने से एक तरफ जहां अमीरों के काले धन का काला चिट्ठा खुल रहा है, वहीं गरीब आदमी खुशी-खुशी मोदी जी के इस फैसले का स्वागत कर रहा है ऐसे में नरेंद्र मोदी जी भी विरोधी पार्टियों पर जमकर कटाक्ष कर रहे हैं।
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हाल ही में अपनी एक रैली में पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश 2014 के चुनाव में पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाने में मदद नहीं करता, तो भ्रष्टाचारियों और कालेधन वालों को कोई चिंता नहीं होती।
पीएम ने कहा कि यह आपके वोट की ताकत है कि ‘गरीब चैन की नींद सो रहा है और अमीर चैन से होने के लिए बाजार में नींद की गोलियां खरीदने के लिए चक्कर लगा रहा है।‘
मैंने वादा किया था कि आप जो मुझे प्यार दे रहे हैं, उसे में देश का विकास करके ब्याज समेत वापस लौटाऊंगा।
पीएम ने कहा 'जनता को किया जा रहा है गुमराह'
मोदी ने कहा, ''आज ईमानदारी के नाम पर देश की जनता को गुमराह करने वाले नेताओं से कहना चाहता हूं कि अगर आप में हिम्मत हो तो पब्लिकली बताओ कि 500 और 1000 का नोट चलना चाहिए या नहीं। जनता के नाम पर अपना फायदा निकालने की मत सोचा। मैं जानता हूं कि मेरा फैसला थोड़ा कड़क है। मुश्किल होगी, लेकिन फिर आगे सब अच्छा ही अच्छा होगा। मुझे बचपन से कड़क चाय बनाने की आदत है, क्योंकि गरीब को वो ज्यादा अच्छी लगती है। मैंने जो फैसला लिया वो कड़क था। इसलिए अब गरीब को तो कड़क चाय भाती है, लेकिन अमीर का मुंह बिगड़ जाता है। ''
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'यह पैसा गरीबों से लूटा गया है। मैं पैसा लूटने नहीं दूंगा। अब तक आपने गंगा में लोगों को दूध, फूल और कभी-कभी एक, दो, तीन या पांच रुपए का सिक्के डालते देखा होगा, लेकिन कभी गंगा में किसी को नोटों की गड्ढी डालते देखा है। 500 और 1000 के नोट बह रहे हैं। अरे पापियों गंगा में नोट बहाने से भी तुम्हारा पाप धुलने वाला नहीं है।
इन दिनों शहरों में रात को गाड़ियां निकलती हैं। देखती हैं कई सीसीटीवी कैमरा तो नहीं है। अगर नहीं है, तो चेहरे पर कपड़ा बांधकर जो कूड़े-कचरे का ढेर होता है ना वहां नोट फेंककर भाग जाते हैं, क्योंकि मैंने कहा कि जो भी कूड़े में नोट फेंकने आ रहे हैं, वो अगर सीसीटीवी में पकड़े गए तो हिसाब तो उन्हें भी देना होगा। ''
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