नई दिल्ली : 23 मार्च 2018 को राज्यसभा की 58 सीटों के लिए चुनाव होना है। सभी राजनैतिक दलों ने उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। देश भर में इस समय इन्हीं चुनावों का शोर सुनाई दे रहा है। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि कैसी होती है इन चुनावों की प्रक्रिया।
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23 अगस्त 1954 को राज्यसभा के गठन की घोषणा हुई थी। संविधान में तय किया गया कि ये संसद का उच्च सदन होगा। इसके 250 सदस्य होंगे। इनमें से 12 सदस्यों को राष्ट्रपति अपने विवेकानुसार चुनेगें। बाकी के 238 सदस्यों का चुनाव प्रदेशों की विधानसभा के प्रतिनिधियों के साथ ही केंद्रशासित दिल्ली और पुडुचेरी के प्रतिनिधि करेंगे।
इनका नहीं है कोई प्रतिनिधित्व
अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप, चंडीगढ़, दमन और दीव के साथ दादरा और नगर हवेली
इस समय राज्यसभा के कुल सदस्यों की संख्या 245 है। इनमें से 12 का चुनाव राष्ट्रपति करते हैं। बाकी 233 प्रदेशों से चुन कर आते हैं।
कैसे तय होती है किसी प्रदेश के राज्यसभा की सीटें
यह उस प्रदेश की जनसंख्या के आधार पर तय होता है।
क्यों होता है राज्यसभा की सीटों के लिए चुनाव
राज्यसभा स्थाई सदन है। ये कभी भंग नहीं होती। सदस्यों का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है। हर दो वर्ष में इसके एक तिहाई सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होता है। फिर इन सीटों पर चुनाव होता है। इस वर्ष भी 58 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। जिसके लिए 23 मार्च को मतदान होना है। हमारा राज्यसभा चुनाव सिंगल ट्रांसफरेबल वोट सिस्टम के तहत होता है।
सिंगल ट्रांसफरेबल वोट सिस्टम का फार्मुला
इस सिस्टम को हम यूपी के नजरिए से समझते हैं। राज्य में 403 विधानसभा सीटें हैं। राज्यसभा सदस्यों की संख्या 31। अब इसमें एक जोड़ देते हैं हमें मिला 32। अब इस 32 से विधायकों की कुल संख्या 403 में भाग देते हैं। हमें मिला 12. 59। अब इसमें एक जोड़ देते हैं नतीजा आएगा 13.59। इसे माना 13। यानी राज्य में एक राज्यसभा की सीट के लिए 13 लोग वोट करेंगे।
यदि कम सीटों पर चुनाव होना है तो वोटों की संख्या बढ़ जाती है। जैसे इस चुनाव में 10 सीटों पर चुनाव होना है।
इसके लिए 10 में एक जोड़ेंगे। अब इस 11 से 403 को भाग देते हैं। हमें मिला 36. 63। अब इसमें एक जोड़ते हैं तो मिलेगा 37. 63। इसको राउंड फिगर में लेते हैं 37।
मतलब समझे 10 सीटों पर चुनाव हो रहा है, एक सीट के 37 विधायक वोट करेंगे।
इस चुनाव में विधायक प्राथमिकता के आधार पर वोट देते हैं। मान लीजिए एक सीट पर चार उम्मीदवार हैं। तो वोट देने वाले विधायक को बताना होता है कि उसकी पहली, दूसरी, तीसरी, चौथी और पांचवी पसंद का उम्मीदवार कौन है। जिसे पहली पसंद के वोट सबसे ज्यादा मिलेंगे वो उम्मीदवार जीत जाएगा।
कितनी सीटों पर हो रहा है चुनाव
उत्तर प्रदेश 10, बिहार 6, महाराष्ट्र 6, मध्यप्रदेश 5, पश्चिम बंगाल 5, गुजरात 4, तेलंगाना 3, कर्नाटक 4, ओडिशा 3, राजस्थान 3, आंध्र प्रदेश 3 इसके आलावा झारखंड 2, हरियाणा 1, हिमाचल प्रदेश 1, छत्तीसगढ़ 1, उत्तराखंड में भी एक राज्य सभा सीट के लिए चुनाव होना है।