लखनऊ: समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव के परिवार में जब 1 जुलाई 1973 को एक बच्चे का जन्म हुआ तो मां बाप ने बड़े प्यार से बच्चे का नाम टीपू रखा। उस वक्त किसी को इसका इल्म नहीं था कि बच्चा टीपू एक दिन सुल्तान हो जाएगा।
कन्नौज से पहली बार बने सांसद
बात हो रही है यूपी के अब तक से सबसे युवा सीएम अखिलेश यादव की। राजनीति तो खून में थी। इसलिए 2000 में ईत्र की नगरी कन्नौज से लोकसभा का चुनाव जीत कर संसद पहुंच गए।उनकी शिक्षा राजस्थान के धौलपुर के सैनिक स्कूल में हुई। इंजीनियरिंग की बैचलर डिग्री मैसूर यूनिवर्सिटी से ली तो मास्टर डिग्री लेने आस्ट्रेलिया के सिडनी पहुंच गए।
सांसद बनने के पहले कर ली थी शादी
सांसद बनने के पहले अखिलेश विवाह कर चुके थे। उनकी शादी सैनिक परिवार में हुई। उत्तराखंड की रहने वाली डिंपल उनकी पत्नी बनी। दोनों वैवाहिक बंधन में 24 नवंबर 1999 को बंध गए थे। अखिलेश के दो बेटी और एक बेटा है। अखिलेश सांसद बने तो सिविल सप्लाई और
सार्वजनिक वितरण प्रणाली विभाग का उन्हें सदस्य बनाया गया। इस कमेटी में रहने वाले वो सबसे युवा सांसद थे।
साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में वो कन्नौज से फिर सांसद चुने गए। उन्हें शहरी विकास विभाग का सदस्य बनाया गया। वो 2009 तक इस कमेटी के सदस्य रहे। साल 2009 में 15वीं लोकसभा का चुनाव हुआ। इस बार वो कन्नौज के अलावा फिरोजाबाद सीट से भी लड़े और दोनों जगहों से जीते। बाद में उन्होंने फिरोजाबाद सीट छोड़ दी जहां से उनकी पत्नी डिंपल ने उपचुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस के राज बब्बर ने उन्हें हरा दिया।
क्रांति रथ में मिला युवाओं का साथ
यूपी में जब 2012 में चुनाव की घोषणा हुई तो अखिलेश क्रांति रथ लेकर निकले। युवाओं का उनके प्रति गजब का रुझान दिखा। उनका रथ जहां भी पहुंचता युवाओं का हुजूम जमा हो जाता । चुनाव के नतीजे सपा के पक्ष में आए और अखिलेश को विधायक दल का नेता चुना गया। वो यूपी के सबसे कम उम्र के सीएम बने।
कार्यकाल के दौरान उपलब्धि और दाग
चार साल के उनके कार्यकाल में आगरा एक्सप्रेस वे, आईटी सिटी ,राजधानी में गोमती रिवर फ्रंट और मेट्रो जैसी उपलब्धि है तो मुजफ्फरनगर दंगा,दादरी में गो मांस को लेकर अखलाक की हत्या, बदायूं में दो बहनों की बलात्कार के बाद हत्या और कानून व्यवस्था की खराब हालात जैसे दाग भी हैं।