लखनऊ: गुस्से की अग्नि में जलना मनुष्य की आदत में शुमार है। कभी जायज तो कभी नाजायज बात पर गुस्सा आना स्वभाविक होता है। गुस्से के आवेग में इंसान कुछ भी बोल पड़ता है। कभी-कभी गाली भी निकल पड़ती है। ऐसे में मुंह से निकली गालियों को समाज गंदा मानता है और इसे देने वाले को असभ्य मानते है। लेकिन इतने के बावजूद भी हम आपको ये बताने जा रहे हैं कि गाली देना आपके खुद के ले फायदेमंद है।
ज्यादातर लोग गुस्से में शांत हो जाते हैं जो उनके तनाव डिप्रेशन का कारण बनता है और कभी-कभी ब्रेन हेमब्रेज का शिकार भी हो जाते हैं। ज्यादा तनाव होने से सुसाइड करने की भी प्रवृति बढ़ती है।
गाली देने से नेगेटिविटी को करता है कम
ऐसे में अगर गाली दिया जाए तो वो व्यक्ति में तनाव को कम करके जोश भरने का काम करता है। गुस्से में अगर दे गाली तो बजेगी ताली और होगी नकारात्मक ऊर्जा खत्म और बनाएंगे पहचान।
गाली देने से नहीं होता अटैक
अटैक से बचाता है गाली। ये हुई ना बात जो काम दवा नहीं कर सकती है वो कर देती है गाली। गुस्से में शांत होने वाले लोग अक्सर सोच में पड़ जाते हैं कि ये कहना था वो कहना था ऐसे में मन की भड़ास निकल जाए तो दबाव कम होता और व्यक्ति दबाव की जगह रिलेक्स मिलता है जो कि अटैक की संभावना को कम करता है।
गाली करता है रक्त बैलेंस को कम
जब गुस्सा हो, लड़ाई हो तो प्रेशर दिमाग पर बढ़ता है। उस स्थिति में अगर आप जी भर कर गाली दे देते हैं तो आपका मेंटल प्रेशर कम होता है। गुस्से में सांस फूलने और रक्त के दबाव को कम करने का काम करता है गाली। गाली रक्त बैलेंस करने का काम करता है।
गाली भरती है जोश
जो लोग जोश से भरे होते हैं। अक्खड़ होते हैं और हाजिरजवाब होते है वे भी अक्सर गाली देते हैं। ये उनमें कॉन्फिडेंस को बढ़ाने का काम करता है। गाली देने वाला इंसान गाली नहीं देने वाले से ज्यादा हेल्दी रहता है।
डिप्रेशन को करता है कम
गाली शरीर में गुस्से के दौरान उत्पन्न होने वाले नुकसानदायक केमिकल को कम करता है और अधिक मात्र में बनने से भी रोकता है। गुस्से में शांति बनाए रखने वाले लोग अक्सर डिप्रेशन में चले जाते हैं। बात-बात पर चिढ़ना उनका स्वभाव बन जाता है। जबकि गाली देकर लड़ाई खत्म करने वाला ज्यादा खुश रहता है।
तो हो जाइए तैयार और लीजिए गर रोज गाली की ट्रेनिंग जब आए गुस्सा तो सामने वाले पर कर दीजिए गाली का वार और जी भर चिल्ला-चिल्ला कर दीजिए गाली। तब होगा आपका मन खाली और जीवन की बढ़ेगी पाली।