PHOTOS: पानी न मिलने पर मारता है ये बकरा, पक्षी भी हैं गर्मी से परेशान

Update: 2016-05-20 05:26 GMT

आगरा: मई के महीने में पारा 45 के पार जाने से इंसान तो क्या पशु-पक्षी भी त्राहिमाम करने लगे हैं। पानी की एक बूंद को अपने अंदर उतारने के लिए पशु-पछियों को जबरदस्त मेहनत करनी पड़ रही है।

पक्षियों की जद्दोजहद

-एक बंद पड़े नल से टपकती हुई जल की बूंदों को पीने के लिए तोता और कौवा घंटों मशक्कत करते रहे।

पानी पीने की कोशिश करता तोता

-पर लाख कोशिशों के बाद भी वो गला तर न कर सके।

-कहीं और जुगाड़ करने के लिए निकल पड़े।

जद्दोजहद करता तोता

प्यास लगने पर चीखता और मारता है बकरा

-वजीरपुरा के परवेज का बकरा तो इससे थोड़ा अलग निकला।

-परवेज ने बताया की जब इसे प्यास लगती है, तो यह चीखता है और सबको मारने लगता है।

-इसकी आवाज सुनकर मैं इसे तुरन्त पानी पिलाता हूं, वरना यह चाय बनाना मुश्किल कर देता है।

पानी पीता बकरा

क्या कहना है समाज सेवी संस्था का

-वेकअप संस्था के शिशिर भगत ने बताया की कुदरत ने जानवरों को पीने के पानी और भोजन के लिए इंसानो पर निर्भर नहीं होने दिया था।

-पर आज इंसान ने जमीन पर कंक्रीट का जाल फैला दिया है।

-ऐसे में जानवर और पक्षी अब इंसानों के बनाए जलपात्रों पर निर्भर हैं ।

छतों पर रखे जल्पत्रों में पानी पीते लोग

-इसलिए हम लगातार लोगों को छतों और घर के बाहर नांदो में पानी रखने की अपील करते हैं।

-एक समय था, जब आंगन में गौरैया और तोते और छत पर कौवे की कांव-कांव आने वाली खुशियों का संकेत देती थी पर आज आपको इन्हें ढूंढना पड़ेगा।

नाले का गंदा पानी पीने को मजबूर कुत्ता

इसके अलावा गिलहरी और कुत्ते भी पानी के लिए भटक रहे हैं।

रिसाव वाले पानी को पीने की कोशिश करती गिलहरी

 

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