अपनी बेटियों की शादी परिवार से अलग क्यों नहीं करते थे मुगल? बेहद दिलचस्प है वजह
आज के दौरा में मुगलों को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया पर तरह तरह की जानकारियां शेयर होती रहती हैं. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि क्या मुगल अपनी बेटियों की शादी परिवार से बाहर नहीं करते थे.
Mughal's Wife: भारत के इतिहास में मुगलों की भी कई कहानियां रही हैं. मुगलों के बारे में कई ऐसी बातें हैं जिन पर लोगो को संदेह भी होता है की उस दावे में कितनी सच्चाई है. मुगल बादशाहों का लंबा इतिहास भारत के साथ जुड़ा रहा है. बाबर, हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां या औरंगज़ेब बात किसी के दौर के बारे में भी हो कई ऐसे दिलचस्प किससे हैं जिनकी चर्चा काफी आम है.
यहां हम आपको बताने जा रहे हैं उन दावों की सच्चाई जो बादशाह की बेटियों की शादी के बारे में किए जाते हैं. चर्चा है की मुगल बादशाह अपनी बेटियों की शादी सिर्फ़ रिश्तेदारों में किया करते थे. कुई जगहों पर ये भी कहा जाता है की मुगल बादशाहों की बेटियों की शादी पर पाबंदी भी हुआ करती थी. इन दावों की सच्चाई यहां जानिए-
क्या मुगल बेटियों की शादी सिर्फ रिश्तेदारों में करवाते हैं ?
ऐसा कहा जाता है की मुगलों के यहां बेटियों की शादी रिश्तेदार शहज़ादों से कराई जाती थी ताकी बादशाह का तख्त अपनों के पास ही रहे. मुगलों का ऐसा मानना था की उनके दामादों को सिंहासन के लिए किसी से मुकाबला न करना पड़े. इसी लिए आम तौर पर मुगलों में भाई बहन अपने बच्चों की आपस में शादियां करा दिया करते थे. हांलाकी इसे पुख्ता वजह तो नहीं माना जा सकता लेकिन एक बड़ी वजह इसी को बताया जाता है.
वो मुगल शहज़ादियां जिनकी रिश्तेदारों में हुई शादी-
इतिहास पर नज़र डालें तो अकबर का निकाह उनकी चचेरी बहनो रुकैया बेगम और सलीमा सुलताना से हुआ था. कहा जाता है की अकबर की पहले शादी रुकैया बेगम से हुई लेकिन उनसे कोई औलाद न होने की वजह से अकबर ने सलीमा सुलताना से निकाह किया. इसके अलावा अकबर की सभी बेटियों की शादियां भी उनके रिश्तेदारों से ही हुई थी.
क्या राजकुमारियों की शादी पर थी पाबंदी?
लोगों में अफवाह है की मुगल राजकुमारियों की शादी पर बादशाह अकबर ने पाबंदी लगाई गई थी लेकिन इतिहास के पन्नो को पलटा जाए तो अकबर की सभी बेटियों की शादियां भी उनकी मर्ज़ी से हुई थी तो इस दावे को सिरे से खारिज किया जा सकता है.