साल का सबसे छोटा दिन और लंबी रात है आज, जानें क्या है इसके पीछे की वजह

आज यानी 22 दिसंबर से उत्तरी गोलार्द्ध में सर्दियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है, जो कि 20 मार्च 2020 तक चलेगी। इस मौके पर गूगल ने एक प्यारा सा डूडल तैयार किया है।;

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Update:2019-12-22 12:09 IST
साल का सबसे छोटा दिन और लंबी रात है आज, जानें क्या है इसके पीछे की वजह
साल का सबसे छोटा दिन और लंबी रात है आज, जानें क्या है इसके पीछे की वजह
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आज यानी 22 दिसंबर से उत्तरी गोलार्द्ध में सर्दियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है, जो कि 20 मार्च 2020 तक चलेगी। इस मौके पर गूगल ने एक प्यारा सा डूडल तैयार किया है। जिसमें अर्थ (पृथ्वी) और आइस मैन बेबी को दिखाया गया है। बता दें कि, 22 दिसंबर को ही साल का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होती है। आज के बाद से ठंड भी बढ़ने लगेगी।

क्या होता है विंटर सॉल्सटिस

साल के सबसे छोटे दिन को इंग्लिश में विंटर सॉल्सटिस (Winter Solstice) और हिंदी में दिसंबर दक्षिणायन कहा जाता है। आज के दिन सबसे छोटा दिन होता है क्योंकि आज के दिन धरती सूरज से काफी दूर रहता है और सबसे लंबी रात इसलिए होती है क्योंकि चांद की रोशनी पृथ्वी पर काफी समय तक बनी रहती है।

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दिसंबर दक्षिणायन या विंटर सॉल्सटिस इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी अपने अक्ष पर साढ़े 23 डिग्री झुकी हुई होती है, जिसके कारण सूर्य की दूरी उत्तरी गोलार्द्ध से ज्यादा हो जाती है। साथ ही इस झुकाव के कारण प्रत्येक गोलार्ध को पूरे साल अलग-अलग मात्रा में सूर्य की रोशनी प्राप्त होती है।

विंटर सॉल्सटिस के दौरान दक्षिणी गोलार्द्ध को सूर्य का प्रकाश ज्यादा प्राप्त होता है जबकि उत्तरी गोलार्द्ध को कम। ऐसा 21,22 या 23 दिसंबर को होता है। इससे उत्तरी गोलार्द्ध में दिन छोटा होता है और रात लंबी।

आपको बता दें कि, जब दिसंबर विंटर सॉल्सटिस वाले दिन सूर्य की सीधी किरणें भूमध्य रेखा के दक्षिण की ओर मकर रेखा के साथ पहुंचती हैं तो इसे उत्तरी गोलार्ध में दिसंबर संक्रांति और दक्षिणी गोलार्ध में जून संक्रांति के रूप में जाना जाता है।

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