लखनऊः महिलाओं को घरेलू हिंसा से बचाने और उन्हें मदद देने के लिए बनी '181 हेल्पलाइन' में फर्जी कॉल्स की भरमार है। हालत ये है कि महिलाएं मोबाइल को रिचार्ज कराने और घर पर पिज्जा डिलिवरी के लिए भी हेल्पलाइन में फोन कर रही हैं। इससे यहां की टेलीकॉलर परेशान हैं।
रोज 20-25 जरूरतमंदों के ही फोन
-प्रदेश सरकार ने 8 मार्च को 181 हेल्पलाइन शुरू की थी।
-हर रोज तकरीबन 4 हजार कॉल यहां आती हैं।
-इन कॉल्स में से 20-25 ही जरूरतमंद महिलाओं की होती हैं।
-फर्जी कॉल्स से टेलीकॉलर परेशान हैं, लाइन भी बिजी हो जाती है।
-102 और 108 एंबुलेंस सेवा चलाने वाली जीवीके-ईएमआरआई देखती है हेल्पलाइन।
1.77 लाख में से 1057 कॉल ही जरूरतमंदों की
-181 हेल्पलाइन में अभी तक करीब 1 लाख 77 हजार महिलाओं ने फोन किया।
-इसमें से 1057 कॉल्स ही जरूरतमंद महिलाओं ने की।
-122 कॉल हेल्पलाइन को चेक करने के लिए की गईं।
घरेलू हिंसा की सबसे ज्यादा शिकायतें
-महिलाओं को मदद देती है हेल्पलाइन
-1057 जरूरतमंदों की कॉल्स में घरेलू हिंसा की 500 शिकायतें।
प्रमुख सचिव ने जागरूकता पर दिया जोर
-प्रमुख सचिव मोनिका गर्ग ने जागरूकता पर जोर दिया है।
-महिलाओं को जागरूक करने का काम चल रहा है।
-महिला कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव हैं मोनिका।